Haryana News: हरियाणा में गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले गानों पर अंकुश लगाने हेतु बनेगा कानून, मुख्यमंत्री ने दी जानकारी

Haryana News: हरियाणा में गन कल्चर पर बने गानों पर रोक लगाने का मुद्दा पिछले काफी दिनों से बहस का मुद्दा बना हुआ है। सरकार द्वारा मासूम शर्मा के गन कलर को बढ़ावा देने वाले कई कानों को बैन करने के बाद हरियाणा प्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी बवाल मचा हुआ है। लेकिन अब सरकार गन कलर को बढ़ावा देने वाले गानों पर अंकुश लगाने हेतु कानून लाने की तैयारी कर रही है। सोमवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास में आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान जवाब देते हुए कहा कि अगर गन कल्चर पर बने गानों को रोकने के लिए कानून लाने की आवश्यकता पड़ी तो जरूर लेकर आएंगे। क्योंकि ये सभ्य समाज के लिए बहुत जरूरी है।
समाज को अच्छी दिशा देना हम सब का दायित्व – मुख्यमंत्री
हम सभी को भारत मां से प्रेम करना चाहिए। समाज को अच्छी दिशा देना हम सभी का सामाजिक दायित्व है। फिल्मों और गानों से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है और उनसे हमें प्रेरणा भी मिलती है इसलिए अच्छे गाने होंगे तो समाज को एक अच्छी दिशा भी मिलेगी।
हरियाणा में मुख्यमंत्री पहले ही पुलिस को दे चुके हैं फ्री हैंड
हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अपराध पर नकेल कसने के लिए पहले ही पुलिस को फ्री हैंड दे चुके हैं। डीजीपी शत्रुजीत कपूर के मार्गदर्शन में काम कर रहे साइबर पुलिस पहले ही कुछ प्रमुख गायकों को उनके बदमाशी वाले गाने सोशल साइट्स से हटाने की अपील कर चुकी है।
हालांकि पुलिस की इस कार्रवाई के बाद कुछ गायकों ने अपने-अपने गाने भी सोशल साइट्स से हटा लिए हैं। मगर जिन गायकों के ऐसे गाने सोशल साइट्स पर पड़े हैं, उन पर आगामी कार्रवाई को लेकर पुलिस कदम दर कदम आगे बढ़ रही है।
बाकायदा इसे लेकर पुलिस टीम लगातार काम कर रही है। इसी क्रम में साइबर पुलिस 04 सिंगरों के 10 गाने सोशल साइट्स से डिलीट कर चुकी हैं, वहीं 100 से अधिक गानों को सोशल साइट्स से उड़ाने की तैयारी में जुट गई है। उधर, वर्ष 2019 में हाईकोर्ट भी एक याचिका में सुनवाई करते हुए पंजाब, हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के पुलिस महानिदेशकों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दे चुकी है कि लाइव शो में भी किसी भी गाने में ‘शराब, वाइन, ड्रग्स और वायलेंस’ का महिमामंडन करने वाले गाने नहीं बजाए जाएं।
प्रत्येक जिले के जिला मजिस्ट्रेट/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक ऊपर जारी निदेशों का उचित अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए व्यक्तिगत रूप से