December 26, 2024

Harmony : बरसी गांव ने दिया समरसता का अनुकरणीय उदाहरण,दलित बेटियों की बारात का स्वागत करेगा सर्व हिन्दू समाज (देखें लाइव विडीयो)

sarasi gyapan

रतलाम,10 फरवरी (इ खबरटुडे)। जिले की ताल तहसील के बरसी गांव के हिन्दू समाज ने सामाजिक समरसता का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। गांव की दो दलित बेटियों के विवाह के लिए आने वाली बारातों का गांव के प्रत्येक समाजों द्वारा स्वागत किया जाएगा। इस सम्बन्ध में गांव के वरिष्ठ जनों ने आज रतलाम पंहुचकर प्रशासन को इस सम्बन्ध में एक ज्ञापन भी दिया।

उल्लेखनीय है कि ग्राम बरसी में राजपूत और सोंधिया राजपूत समाज के लोग बहुसंख्यक है। ग्राम बरसी के निवासी कचरुलाल मालवीय की दो बेटियों का विवाह आगामी 14 फरवरी को होना है। कचरुलाल मालवीय दलित समाज से है और उनके मन में इस बात को लेकर संशय था कि उनकी बेटियों के दुल्हे घोडे पर बैठकर बारात निकाल सकेंगे या नहीं,कही सवर्णों द्वारा इसका विरोध तो नहीं किया जाएगा। गांव के लोगों को इस बात की जानकारी सोशल मीडीया के माध्यम से लगी थी। गांव के लोगों को पता चला कि कचरुलाल मालवीय ने अपनी पुत्रियों के विवाह के लिए प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है।

कचरुलाल मालवीय के मन में संशय होने की जानकारी मिलने पर गांव के सर्व हिन्दू समाज के लोगों ने मन्दिर पर एक बैठक आयोजित कर यह निर्णय लिया कि कचरुलाल मालवीय की बेटियां गांव की बेटियां है,इसलिए उनकी बारातों का स्वागत गांव के सभी लोग मिलकर करेंगे। गांव के सर्व हिन्दू समाज ने कचरुलाल और उनके समाजजनों को आश्वस्त किया कि गांव में प्रारंभ से समरसता का वातावरण बना रहा है और इसे किसी भी कीमत पर बिगडने नहीं दिया जाएगा। सर्ï हिन्दू समाज के लोगों का कहना था कि कुछ विघ्नसंतोषी समाज विरोधी तत्व इस सामाजिक समरसता को बिगाडने का षडयंत्र कर रहे है,जिसे सफल नहीं होने दिया जाएगा।

बेठक में हुए निर्णय के बाद गांव के लोगों के माध्यम से कचरुलाल मालवीय की बेटियों की लगनपाती भी गांव के गणेश मन्दिर में ससम्मान पंहुचाई गई। इसी के साथ गांव के लोगों ने रतलाम जिला प्रशासन को भी अपने निर्णय से अवगत कराने के लिए ज्ञापन देने का निर्णय किया था।

बरसी गांव के सर्व हिन्दू समाज के गणमान्य जनों ने आज रतलाम पंहुच कर अति.पुलिस अधीक्षक सुनील पाटीदार को इस सम्बन्ध में ज्ञापन सौंपा और विश्वास दिलाया कि गांव का सर्व हिन्दू समाज कचरुलाल मालवीय की बेटियों के विवाह को मिलजुलकर सम्पन्न कराएगा।

इनका कहना है…

गांव के सभी परिवारों में आपस में आना जाना,बोलचाल और मधुर सम्बन्ध है। कचरुलाल जी की बेटियों की बारात का स्वागत गांव के सभी लोग मिलकर करेंगे। गांव में विषमता वाली कोई बात नहीं है।

-गंगाराम पिता दुलेसिंह तंवर
(पूर्व सरपंच एवं राजपूत समाज के वरिष्ठ)

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