November 22, 2024

Encroachment : बालाजी रेस्टोरेंट ने सालो से जमा रखा सरकारी जमीं पर अतिक्रमण, पार्किंग हुई गायब, प्रशासन बेखबर

रतलाम,16 मार्च (इ खबरटुडे)। शहर के मुख्य बाजार न्यू रोड पर स्थित बालाजी रेस्टोरेंट की मनमानी का मामला शहर में गरमाता नज़र आ रहा है। बालाजी रेस्टोरेंट न सिर्फ सरकारी जमीन का उपयोग कर रहा है बल्कि अपने रेस्टोरेंट और होटल की पार्किंग को भी नदारद किया हुआ है। जिससे ग्राहकों को रोड पर गाडी खड़ी करना पड़ रही है। खास बात तो यह है कि शहर प्रशासन भी होटल संचालक की इस मनमानी से बेखबर है। प्रशासन के इस रवैये से यातायात प्रभावित हो रहा है और लोगो को आवाजाही में काफी परेशानी हो रही है।

बता दे की, शहर के सबसे पॉश एरिया न्यू रोड पर स्थित बालाजी रेस्टोरेंट विगत कई वर्षो से गर्लस कॉलेज के पीछे गेट पर सरकारी भूमि का उपयोग और अपनी मनमानी कर रहा है। जिला प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद भी ना तो उक्त भूमि को बालाजी रेस्टोरेंट से मुक्त कराया और ना ही होटल की पार्किंग को सुनिश्चित कर पाया। बालाजी रेस्टोरेंट के इस रवैये के चलते कॉलेज प्रशासन ने सालो से कॉलेज के पीछे का गेट बंद किया हुआ है। जिससे पढ़ने आने वाली छात्राए को परेशानी उठानी पड़ रही है। बालाजी रेस्टोरेंट और होटल आने वाले ग्राहकों को भी रोड पर गाड़ी खड़ी करना पड़ती है जिससे यातायात में जाम जैसी स्थिति बन रही है। गाइडलाइन के अनुसार रेस्टोरेंट के मालिक ने पार्किंग तो बना रखी है पर उक्त पार्किंग का उपयोग अपनी निजी उपयोग के लिए किया जा रहा है।

मज़ेदार बात तो यह है की सालो से कब्ज़ा किया हुआ अतिक्रमण और पार्किंग की जानकारी प्रशासन को तो है पर बालाजी रेस्टोरेंट के संचालक के राजनिति सम्बन्ध व दादागिरी होने के कारण प्रशासन अभी तक इस पर कार्यवाही नहीं कर पा रहा है। बालाजी होटल के सामने एक निजी स्कूल संचालित होता है। स्कूल लगने और छुट्टी होने के समय जाम जैसी स्थिति निर्मित हो जाती है और राहगीरों को आने जाने के अलावा दुर्घटना का शिकार होना पड़ता है। बालाजी रेस्टोरेंट के कुछ ही दूरी पर सर्वानंद बाज़ार मौजूद है। जिसकी मनमानी भी कुछ इसी तरह हो गई है। सर्वानंद मॉल में भी बिल्डिंग बनाते समय गाइडलाइन का पालन करते हुए पार्किंग बनाई पर ग्राहकों को पार्किंग का रास्ता तक नहीं दीखता जिससे आने वाले ग्राहक भी पार्किंग नहीं होने की वजह से रोड पर गाड़ी खड़ी करके यातायात बाधित करने को मजबूर है।

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