रतलाम: तेज हवा और बारिश के चलते जनता को मिली गर्मी से राहत , भक्तन की बावड़ी पर अंतिम संस्कार करने में आई समस्या, विद्युत डीपी हुई क्षतिग्रस्त
रतलाम 16 मई ( इ खबर टुडे) । रविवार को रतलाम जिले मैं हुई तेज हवाओं के साथ बारिश कुछ देर के लिये रतलाम की जनता के लिए राहत लेकर आई। लेकिन बारिश के साथ कई नई मुसीबतें भी सामने आई। जहां बारिश के चलते हैं शहर के मुख्य क्षेत्र मे विद्युत डीपी क्षतिग्रस्त हो गई वही मुक्तिधाम में शवों के अंतिम संस्कार में काफी समस्या का सामना करना पड़ा।
जानकारी के अनुसार रविवार शाम करीब 5:00 बजे तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हुई। देखते ही देखते शहर की सड़कें कुछ ही देर में तरबतर हो गई। 30 मिनट से भी अधिक देर तक हुई बारिश शहर की जनता को गर्मी से कुछ हद तक राहत महसूस हुई।
लेकिन बेमौसम हुई इस बारिश के चलते हैं कई लोगों को बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ा। बारिश के कारण मऊ रोड स्थित भक्तन की बावड़ी पर मेडिकल कॉलेज से आए कोरोना संक्रमित मरीजों के शवों के अंतिम संस्कार करने में कर्मचारियों को काफी समस्या आई। इस दौरान गनीमत रही की काफी शवों के अंतिम संस्कार हो चुके थे। 2 से 3शव ऐसे थे जिन्हें बारिश शुरू होने के कुछ देर पूर्व ही जलाया जा रहा था । बारिश शुरू होते ही मुक्तिधाम के कर्मचारी ने जल रहे शवों के आसपास लकड़ियों की संख्या बढ़ाकर उन्हें जल्दी जलाने का प्रयास किया। इस कार्य में वह सफल भी हुए और सभी शवों का अंतिम संस्कार हो गया।
वही महू रोड स्थित विद्युत डीपी तेज हवाओं के कारण अचानक क्षतिग्रस्त होकर नीचे गिर पड़ी। डीपी के गिरते ही क्षेत्र में बिजली गुल हो गई। गनीमत रही इस दौरान कोई भी व्यक्ति डीपी के आस पास नहीं था अन्यथा कोई बड़ा हादसा हो सकता था।
तेज हवाओं के साथ दो बत्ती पर गिरा पेड़
बारिश शुरू होने से पूर्व जिले में तेज हवाओं और आंधी शुरू हो गई थी। इस दौरान कंट्रोल रूम पर लगातार दुकानों के बोर्ड, बैनर और पेड़ों के गिरने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। इस दौरान सूचना मिली की दो बत्ती थाने से कुछ ही दूर स्थित एक गुलमोहर का पेड़ तेज हवाओं के साथ सड़क के किनारे गिर गया। इस दौरान भी गनीमत रही पेड़ के पास कोई नहीं खड़ा था और पेड़ सड़क की दूसरी ओर ही गिरा । यदि उक्त पेड़ सड़क के बीचो-बीच गिरता तो कोई भी बड़ी जनहानि हो सकती थी।