सिंहस्थ-2016 को लेकर मेला अधिकारी व प्राधिकरण अध्यक्ष ने पत्रकारों से चर्चा की
उज्जैन 29 अक्टूबर(इ खबरटुडे)।सिंहस्थ-2016 को लेकर पत्रकारों द्वारा उपयोगी सुझाव दिये गये है, अधिकांश सुझावों पर पूर्व से ही काम किया जा रहा है। शीघ्र ही प्रेस को सिंहस्थ निर्माण कार्यों का अवलोकन करवाया जायेगा। उम्मीद है कि सिंहस्थ के सभी कार्य समय सीमा में पूर्ण होंगे। सिंहस्थ मेला प्राधिकरण अध्यक्ष दिवाकर नातू ने यह बात आज मेला कार्यालय में आयोजित प्रेस से चर्चा करते हुए कही। इस अवसर पर मेला अधिकारी अविनाश लवानिया भी मौजूद थे।
मेला अधिकारी अविनाश लवानिया ने प्रेस से चर्चा में कहा कि सिंहस्थ के प्रत्येक कार्य की एक टाईम लाईन है। कई कार्यों की समीक्षा उच्च स्तर पर होती रहती है। सभी समीक्षाओं में यह निकल कर आ रहा है कि अधिकांश निर्माण कार्य जनवरी-2016 तक पूर्ण हो जायेंगे। उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य युद्धस्तर पर जारी है और तेज गति से काम हो रहे हैं। मेला अधिकारी के अनुसार रूद्रसागर का कार्य ओर महाकाल मंदिर में विजिटर्स फेसिलीटी विकसित करने के कार्य को इसके उदाहरण के रूप में देखा जा सकता है।
मेला अधिकारी ने स्पष्ट किया कि मेला अवधि में शाही स्नान के दिन को छोड़कर श्रद्धालुओं को सांवराखेड़ी सैटेलाईट टाऊन तक लाया जायेगा। जहाँ से मेला क्षेत्र मात्र डेढ़ कि.मी. दूर है। यहाँ से भी निशक्तजनों को घाट के पास तक ले जाने के लिए वाहन उपलब्ध करवाये जायेंगे। मेला अधिकारी ने यह भी बताया कि सिंहस्थ के दौरान शिप्रा नदी सतत् प्रवाहमान रहेगी। स्वच्छता के काम पर पर्याप्त ध्यान दिया जा रहा है। इसलिए यह काम चार पृथक-पृथक एजेंसियों को सौंपा गया है। इसी तरह सभी पाडांलों में अग्निशमन व्यवस्था करने के दिशा-निर्देश भी जारी किये जायेंगे। उपयोगी सुझाव आये
पत्रकारों से चर्चा के दौरान उपयोग सुझाव आये।
प्रेस क्लब अध्यक्ष विशाल हाड़ा ने कहा कि सिंहस्थ के दौरान नर्मदा शिप्रा योजना से पानी कैसे आयेगा। यह सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने घाट निर्माण के बाद नदी निर्माण मलबा हटाने का अनुरोध किया। रवि सेन ने सिंहस्थ के बारे में प्रेस को सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाने का आग्रह किया। देवेन्द्र जोशी ने सिंहस्थ के निर्माण समय सीमा में पूरे करवाने का आग्रह किया, द्वारकाधीश चौधरी ने नये बन रहे शिशु एवं महिला चिकित्सालय का निर्माण गुणवत्तापूर्ण करवाने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने शिप्रा नदी को
सिंहस्थ में सेनीटेशन व्यवस्था अच्छी करने की आवश्यकता पर बल दिया।
पत्रकार हरिमोहन ललावत ने सिंहस्थ क्षेत्र में अच्छी पेयजल सुविधा करने की बात कही। इसी तरह पत्रकार रमेश दास ने सिंहस्थ में श्रद्धालुओं को ज्यादा पैदल न चलना पड़े ऐसी व्यवस्था करने को कहा। विकास शर्मा ने बड़े अस्पताल व सख्याराजे प्रसूति गृह के बीच अंडरपास या फुटओव्हर ब्रिज बनाने का सुझाव दिया। महेन्द्र सिंह बैस ने सिंहस्थ के दौरान सभी प्रमुख चौराहों पर लाउड स्पीकर लगाकर एनाउसमेंट की सुविधा देने की बात रखी।सचिन गोयल ने शहरी क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने का सुझाव दिया। निरूक्त भार्गव ने उज्जैन शहर का सौंदर्यीकरण करने तथा पत्रकारों के सुझावों पर की जाने वाली कार्यवाही से अवगत करवाने को कहा। राजेन्द्र पुरोहित ने माधवनगर ओव्हर ब्रिज बनाने, नई सड़क से प्रेम छाया मार्ग तथा गाड़ी अड्डे से सोमवारिया तक मार्ग के चौड़ीकरण की बात रखी। प्रशांत अंजाना ने सिंहस्थ विकास कार्यों के लिए अधिग्रहित की गई जमीन के मुआवजा वितरण में छूट गये किसानों को तुरंत मुआवजा देने का आग्रह किया। अनिल तिवारी ने पुराने पड़ चुके फ्रीगंज ओव्हरब्रिज का मजबूती करण करने की माँग की। अंत में वरिष्ठ पत्रकार ललित श्रीमाल ने प्रत्येक समाचार पत्र से एक पत्रकार को आमंत्रित कर शीघ्र ही प्रेसटूर आयोजित करने का आग्रह किया। उन्होंने सिंहस्थ में सेनीटेशन व्यवस्था अच्छी करने की आवश्यकता पर बल दिया।
सिंहस्थ मेला क्षेत्र में विद्युतपोल लगाने का कार्य तेजी पर अब तक 2900 पोल लगाये
सिंहस्थ मेला क्षेत्र में अस्थाई रूप से विद्युत पोल गाड़ने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। 21 अक्टूबर तक मेला क्षेत्र में कुल 2901 पोल गाड़े जा चुके है। इसमें से 2214 एल.टी और 687 पोल एच.टी लाईन के है।म.प्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के अधीक्षण यंत्री ने बताया कि मेला क्षेत्र में कुल 6850 पोल लगाये जाना है। इनमें 5950 एलटी के व 900 पोल एचटी लाईन के लिए लगाये जायेंगे। इसमें से एलटी लाईन के कालभैरव झोन में 546 मंगलनाथ में 832 तथा दत्त अखाड़ा में 836 पोल लगाये जा चुके हैं। इसी तरह एचटी लाईन के कालभैरव झोन में 200, मंगलनाथ में 832 तथा दत्त अखाड़ा झोन में 252 पोल लगा दिये गये हैं।