December 29, 2024

14 साल के बेटे के साथ शिक्षक ने की फांसी लगाकर आत्महत्या

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दाह संस्कार के लिए नकदी छोड़ गया, सुसाइड नोट में लिखा किसी को नौकरी न मिले

उज्जैन,13 अगस्त (इ खबर टुडे/ब्रजेश परमार)।नागदा के बिडला ग्राम थाना अंतर्गत विनोबा भावे पद कॉलोनी पारिवारिक विवाद के चलते महिदपुर रोड के शा.प्रा. विद्यालय में पदस्थ शिक्षक कन्हैयालाल ने 14 वर्षीय पुत्र आयुष के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

शिक्षक ने सुसाईड नोट के साथ पिता-पुत्र के दाह संस्कार के लिए 35 हजार से अधिक की नकद राशि भी छोडी है।घर से बदबू आने पर मामले का खुलासा हुआ।

एएसपी ग्रामीण आकाश भूरिया ने बताया कि पड़ोसियों को शिक्षक के घर से बदबू आई तो इसकी सूचना थाने पर दी गई। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर देखा तो पिता-पुत्र फांसी के फंदे पर लटके थे। पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट बरामद किया जिसमें मृत्यु उपरांत उनके स्थान पर किसी को भी अनुकंपा नियुक्ति नहीं देने और उनके जमा रुपये भी किसी को नहीं देने सहित अन्य पारिवारिक विवाद का उल्लेख था। एफएसएल के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी अरविंद नायक ने मौके पर पहुंचकर जांच की है।

भूरिया के अनुसार शिक्षक कन्हैयालाल पिता पांचूलाल 45 वर्ष के घर से बदबू आ रही थी। पड़ोसियों ने इसकी सूचना थाने पर दी। मौके पर पुलिस टीम ने पहुंचकर दरवाजा तोड़कर घर में देखा तो कन्हैयालाल और उसके पुत्र आयुष 14 वर्ष के शव छत के पंखे से लगे फंदे पर लटके थे। शव दो-तीन दिन पुराने प्रतीत हो रहे थे। इसी कारण घर से बदबू आने लगी थी। कन्हैयालाल महिदपुर रोड स्थित शा.प्रा.वि. में शिक्षक थे। उनके घर से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है जिसमें 3 वर्ष पहले पत्नी दो बच्चों के साथ छोड़कर चले जाने का जिक्र है।

सुसाईड नोट में लिखा है कि मेरी मृत्यु के बाद किसी को भी अनुकंपा नियुक्ति न दी जाए । साथ ही मृत्यु उपरांत इस्तीफा मंजूरी का जिक्र करते हुए नौकरी से प्राप्त होने वाली रकम और बैंक में जमा रुपये शिक्षा विभाग को देने का लिखा है ।

सुसाईड नोट के साथ पुलिस को एक वसीयत नामा भी मिला है।मृतक शिक्षक ने दाह संस्कार से बचने वाली नकदी जीव दया समिति को देने की बात भी लिखी है। शिक्षक की पत्नी पिछले कुछ वर्षों से पारिवारिक विवाद के चलते अपने मायके में रह रही है।

संभवत: इसी कारण से ही कन्हैयालाल ने पुत्र आयुष के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या की । पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि कन्हैयालाल आसपास में किसी से अधिक बात नहीं करता था और मानसिक रूप से परेशान रहता था। मामले में मर्ग कायम कर शवों का पीएम करवाया गया है।शिक्षक के परिजनों को सूचित किया गया है।

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