December 25, 2024

शादी का झांसा देकर बलात्कार करने वाले आरोपी को 10 वर्ष का कठोर कारावास एवं अर्थदंड

police

रतलाम 30जुलाई(इ खबर टुडे)। न्यायालय योगेन्द्र कुमार त्यागी, विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट रतलाम (म.प्र.) के द्वारा निर्णय में शादी का झांसा देकर बलात्कार करने वाले आरोपी को 10 वर्ष का कठोर कारावास एवं अर्थदंड की सजा सुनाई गई।

शनिवार को अभियुक्त गोकुल पिता गिरधारी उम्र 32 वर्ष नि. नरसिंह मंदिर के पास खाचरौद जिला उज्जैन वर्तमान निवासी संजय कॉलोनी राजगढ जिला धार को धारा 5/6 पॉक्सो एक्ट में 10 वर्ष का कठोर कारावास और 1000 रू अर्थदंड, धारा 366 भादवि में 5 वर्ष का कठोर कारावास और 1000 रू अर्थदंड, धारा 363 भादवि में 2 वर्ष का कठोर कारावास और 500 रू अर्थदंड दंडित किया गया।

प्रकरण में पैरवीकर्ता विशेष लोक अभियोजक पॉक्सो एक्ट श्रीमती गौतम परमार ने बताया कि अभियोक्त्री के पिता ने दिनांक 16 दिसंबर 2015 को थाना बिलपांक पर उपस्थित होकर बताया कि मेरी नाबालिक लडकी जिसकी उम्र 17 वर्ष 6 माह है दिनांक 13.12.2015 की रात्रि 08 बजें घर से बिना बताये कही चली गई है।

अभियोक्त्री को गॉव एवं आसपास तलाश करने पर नहीं मिली। मुझे शंका है ईट के भट्टे पर काम करने वाला गोकुल मेरी लडकी को बहला फुसलाकर भगाकर ले गया है।

फरियादी की सूचना पर से थाना बिलपांक द्वारा अपराध धारा 363 भादवि का प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान में लिया गया। पुलिस ने दिनांक 18.03.2016 को अभियोक्त्री को आरोपी गोकुल के कब्जें से बरामद किया एवं आरोपी को गिरफ्तार कर थाना बिलपांक लेकर आयी। जहा पर दस्तयाबी पंचनामा बनाया गया तथा अभियोक्त्री के कथन लेख किए गए।

अभियोक्त्री ने अपने कथन में बताया कि आरोपी गोकुल मेरे गॉव के निवासी भरत प्रजापत का भाणेज होकर गॉव में ही रह रहा था, इस कारण मेरी और आरोपी गोकुल की जान पहचान हो गई थी। मैं एवं आरोपी दोनो एकदूसरे को पसंद करते थे लेकिन मेरे घरवालो ने आरोपी गोकुल से बात करने से मना कर दिया था और कहा था कि हम तेरी शादी कही और कर देगे।

मैंने यह बात आरोपी गोकुल को बतायी तो आरोपी गोकुल ने कहा कि हम दोनो भागकर शादी कर लेगेे है। फिर दिनांक 13.12.2015 को मेरी आरोपी गोकुल से बात हुई तो आरोपी गोकुल ने कहा कि तु घर से बाहर आजा फिर हम भाग जाएगे और शादी कर लेगे। फिर उसी रात मैं बिना बतायी अपने घर से थोडी दूर स्थित नहर के पास चली गई जहॉ गोकुल मुझे मिला।

फिर हम दोनो बस से खरगोन गये और वहॉ एक कमरा लेकर रहे। खरगोन में रहने के दौरान गोकुल ने मेरे साथ पति पत्नि का संबंध बनाया और बोला कि मैं तुझसे शादी करूगा लेकिन मेरे साथ शादी नहीं की। फिर मुझे और गोकुल को पुलिस अपने साथ थाना बिलपांक पर लेकर आयी थी।

विवेचना उपरांत पुलिस थाना बिलपांक द्वारा अभियोग पत्र माननीय विशेष न्यायालय पॉक्सो एक्ट रतलाम में धारा 363,366,376 भादवि एवं 5/6 पॉक्सो एक्ट के अंतर्गत पेश किया गया।

न्यायालय द्वारा अभियुक्त के विरूद्ध धारा 363,366,376(2)(एन) भादवि एवं 5/6 पॉक्सो एक्ट में आरोप विरचित किए गए। विचारण उपरांत माननीय विशेष न्यायालय रतलाम द्वारा अपने निर्णय में आज अभियोजन की ओर से प्रस्तुत दस्तावेजी एवं मौखिक साक्ष्य को प्रमाणित मानते हुए आरोपी को दोषसिद्ध किया गया।
प्रकरण में शासन की ओर से पैरवी श्रीमती गौतम परमार, विशेष लोक अभियोजक रतलाम द्वारा की गई।

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