स्मृति का सिब्बल पर लैंड स्कैम का आरोप, कांग्रेस नेता बोले- पीएम से पूछिए कि मेहुल भाई को कैसे जानते हैं
नई दिल्ली, 29 मार्च(इ खबरटुडे)। केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मनी लान्ड्रि्ंग के एक आरोपी की कंपनी खरीद कर सिब्बल ने करोड़ों की जमीन बेहद सस्ते में ले ली. इसके लिए 89 करोड़ की जमीन एक लाख में ले ली गई.
स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया कि सीबीआई में जिस व्यक्ति के खिलाफ जांच चल रही थी उसी व्यक्ति से कपिल सिब्बल और उनकी पत्नी ने ग्रैंड कॉस्टिलो नाम की कंपनी खरीद ली. मनी लॉन्ड्रिंग के इस आरोपी के खिलाफा यूपीए की ही सरकार ने जांच के आदेश दिए थे और अब इस मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कुछ नहीं बोल रहे हैं, क्या उन्हें इस सब की जानकारी नहीं थी और यदि थी तो उन्होंने स्वीकार कैसे किया.
वहीं कपिल सिब्बल ने केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी के लगाए गए आरोपों पर कहा है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. जब इस समय सीबीएसई पेपर लीक के मामले पर चर्चा होनी चाहिए और उन छात्रों की बात होनी चाहिए जिन्हें दोबारा परीक्षा देनी होगी इसकी कोई बात नहीं हो रही है और केंद्रीय मंत्री को इस बात की कोई चिंता नहीं है.
जमीन खरीदने के आरोपों पर कपिल सिब्बल ने कहा कि ऐसा व्यक्ति जिसे मनी लॉन्ड्रिंग का मतलब भी नहीं पता वो आरोप लगा रहा है. हां मैंने कंपनी खरीदी और अपने टैक्स पेड मनी से खरीदी है. टैक्स रिकॉर्ड में भी बताया गया है तो इसमें अवैध क्या है यह मुझे समझ नहीं आया. स्मृति ईरानी इसमें राहुल गांधी से क्यों सवाल पूछ रही हैं यह पता नहीं.
इसके साथ ही सिब्बल ने मोदी को भी निशाने पर ले लिया. पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपियों के साथ पीएम मोदी की तस्वीरों का हवाला देते हुए सिब्बल ने कहा कि मंत्री को पहले तो पीएम से पूछना चाहिए था कि वह मेहुल भाई और नीरव मोदी को कैसे जानते हैं.
कपिल सिब्बल ने किया स्मृति ईरानी की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर पलटवार
मैं स्मृति ईरानी की प्रेस कॉन्फ्रेंस का इंतजार कर रहा था लेकिन वो एक कर्मचारी की तरह आईं और उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी. कल मैं इस बात से स्तब्ध रह गया जब मानव संसाधन मंत्रालय ने परीक्षा को रद्द नहीं किया जबकि उसे पता चला कि पेपर लीक हो गया है. लग रहा है यह सीबीएसई पेपर लीक जिसे गम्भीर मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश है. मुझे लगा कि स्मृति ईरानी उस पीड़ा को समझेंगी कि जब एक बार कोई परीक्षा दे देता है और फिर वो परीक्षा रद्द हो जाती है.
मैं उम्मीद कर रहा था कि वो छात्रों की परेशानी के बारे में सोचेंगी और बोलेंगी पर उन्होंने इसके बारे में एक शब्द नहीं कहा. ये दुर्भाग्यशाली है. मुझे लगता है कि मैं एक बीजेपी कार्यकर्ता से ये उम्मीद नहीं कर सकता हूं क्योंकि उन्हें सिर्फ आरोप लगाने में रूचि है.
ये काफी दुख की बात है कि इस देश में कभी इकोनॉमिक्स का पेपर लीक हो जाता है, कभी चुनाव आयोग का डेटा लीक हो जाता है और जब आधार के बारे में बात की जाए तो इसका भी डेटा लीक हो जाता है. लेकिन जब उन लोगों की डिग्री बचाने की बात आती है तो कोई डेटा लीक नहीं होता है.
यदि जिन लोगों से खतरा है और उनके खिलाफ कोई कार्यवाही होनी चाहिए तो आपको प्रधान मंत्री से पूछना चाहिए. नीरव मोदी की तस्वीर राहुल गांधी के साथ क्यों है और आपके इसके बारे में राहुल गांधी से पूछना चाहते हैं तो आपको उनसे जाकर पूछना चाहिए. इसके लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की कोई जरूरत नहीं है. क्योंकि आपको सिर्फ आरोप लगाने के लिए रिकॉर्ड खंगालने की जरूरत नहीं है. जी हां में ओपीइंडिया के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करूंगा. मंत्री तो बेचारी हैं उनके खिलाफ कोई मुकदमा नहीं कर रहा क्योंकि मैं कोई मुकदमेबाज नहीं हूं.