सुप्रीम कोर्ट ने उड़ी-पुलवामा हमले की जांच की मांग ठुकराई
रक्षा मंत्री के साथ सैन्य प्रमुखों की बैठक शुरू
नई दिल्ली,25 फरवरी(इ खबरटुडे)। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को पुलवामा हमले में किसी कथित बड़ी साजिश की जांच की मांग करती याचिका खारिज कर दी। वकील विनीत ढांडा ने जनहित याचिका में मांग की थी कि उड़ी और पुलावामा में कथित प्रशासनिक चूक की जांच की जाए। साथ ही सेना पर किसी भी तरह का हमला करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो। उधर, पुलवामा हमले को लेकर बने हालात पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक कर रही हैं।दिल्ली में दो दिन चलने वाली बैठक में 42 देशों में पदस्थ भारत के डिफेंस प्रतिनिधि (अटैची) भी मौजूद हैं। ये भारतीय दूतावासों से जुड़े वे अफसर होते हैं, जो सैन्य क्षेत्र से जुड़े मामलों को देखते हैं। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में अमेरिका, रूस और अन्य मित्र राष्ट्रों सहित दुनिया के महत्वपूर्ण देशों के साथ संबंधों पर विस्तृत चर्चा होनी है। विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि भी सैन्य संबंधों पर अपने विचार रखने के लिए भाग लेंगे।
पाकिस्तान पर दबाव बनाने की कोशिश
सूत्रों का यह भी कहना है कि इस बैठक के जरिए सरकार सुरक्षा चुनौतियों को लेकर अधिकारियों से प्रतिक्रिया लेगी। पाकिस्तान पर चौतरफा दबाव बनाने के लिए घाटी में उसके सारे तंत्र को खत्म किया जा रहा है। 150 अलगाववादियों को हिरासत में लिया जाना इसी सख्ती का नतीजा है।
सैन्य अफसरों के बच्चों की याचिका पर सरकार को नोटिस
सुप्रीम कोर्ट ने दो सैन्य अफसरों के बच्चों की तरफ से दायर याचिका पर भी केंद्र और जम्मू-कश्मीर सरकार को नोटिस जारी किया है। इस याचिका में कश्मीर में तैनात सैन्य कर्मियों को सुरक्षा मुहैया और उनके मानवाधिकार के संरक्षण के लिए नीति बनाने की मांग की गई है।
हमले में शहीद हुए थे 40 जवान
14 फरवरी को पुलवामा में हुए एक फिदायीन हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।