सरकारी नक्शों में हेरफेर कर बेच दी दूसरे की जमीन
ग्राम खेतलपुर में धोखाधडी का मामला,पटवारी और व्यवसाई के खिलाफ शिकायत
रतलाम,14 जुलाई (इ खबरटुडे)। शहर से सटे ग्राम खेतलपुर में किसानों की निजी जमीन को नक्शे में हेरफेर कर व्यवसाई को बेच दिए जाने का अनोखा मामला आज जनसुनवाई में सामने आया। इसी गांव में पटवारी द्वारा नक्शे में हेरफेर किए जाने की और भी शिकायतें कलेक्टर को की गई है। कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
खेतलपुर निवासी भेरुलाल पटेल ने जनसुनवाई में प्रस्तुत अपने आवेदन मेों कहा है कि चांदनीचौक निवासी रमेश चौरडिया ने गांव के पटवारी वीरेन्द्र प्रताप सोलंकी के साथ मिलकर सरकारी नक्शों में प्रार्थी की जमीन का कुछ हिस्सा पहले तो नक्शे में से हटा दिया और बाद में जमीन का यह हिस्सा दूसरे सर्वे नम्बर में दर्शा दिया। प्रार्थी की मालकियत की यह भूमि रमेश चौरडिया के पुत्रों के नाम बेच दी गई।
कलेक्टर को प्रस्तुत शिकायत में कहा गया है कि पटवारी ने शिकायतकर्ता की भूमि का कुछ हिस्सा,नक्शे में हटा कर बिना सर्वे नम्बर के दर्शा दिया और बाद में बचा हुआ सर्वे नम्बर शिकायतकर्ता की मूल भूमि से बहुत दूर दर्शा दिया। नक्शे में की गई जालसाजी इस तरह भी सिध्द होती है कि पटवारी ने एक ही सर्वे नम्बर की भूमि को नक्शे में अलग अलग तीन स्थानों पर दर्शा दिया है। इसी तरह धोखाधडी के इस खेल में शामिल एक अन्य आरोपी जगदीश धाकड ने अपनी जमीन में से कुछ भूमि अनोखीलाल कटारिया को बेची,लेकिन पटवारी ने जमीन बिकने के बाद बटांकन नहीं किया। फिर इसी जमीन में से जगदीश धाकड ने 0.110 हे.जमीन प्रीतेश पिता रमेश चौरडिया को बेच दी। लेकिन पटवारी ने विक्रयपत्र में दूसरे सर्वे नम्बर का नक्शा दर्शा दिया। इसी तरह एक अन्य सर्वे नम्बर की भूमि जयेश पिता रमेश चौरडिया और उसकी पत्नी सोनिया चौरडिया के नाम बिना नक्शे के बेच दी गई। इस तरह शिकायतकर्ता भेरुलाल पटेल के स्वामित्व की भूमि नक्शे में से कम करके रमेश चौरडिया के पुत्रों प्रीतेश व जयेश को बेच दी गई। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत के साथ वे समस्त नक्शे भी प्रस्तुत किए हैं जिनमें बार बार हेर फेर किया गया। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि रमेश चौरडिया ने गांव के पटवारी वीरेन्द्र प्रताप सोलंकी के साथ षडयंत्रपूर्वक नक्शों में हेराफेरी की और कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर धोखाधडी की है।
इसी गांव के एक अन्य किसान रामचन्द्र पिता नंदराम धाकड ने भी कलेक्टर को शिकायत प्रस्तुत कर पटवारी वीरेन्द्र प्रताप सोलंकी पर आरोप लगाया है कि पटवारी ने सरकारी नक्शों में हेराफेरी करते हुए उसके निजी स्वामित्व की भूमि को उसकी भूमि के स्थान से करीब आधा किलोमीटर दूर दर्शाया है। जिस स्थान पर शिकायतकर्ता की भूमि दर्शाइ गई है,वह किसी और की जमीन है। जबकि शिकायतकर्ता की जमीन के स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति की जमीन दर्शाई गई है। शिकायतकार्त रामचन्द्र धाकड ने कलेक्टर बी चन्द्रशेखर को दिए आवेदन में मांग की है कि उसकी भूमि से सम्बन्धित सरकारी नक्शें में जो गडबडी की गई है वह मौजा पटवारी ने जानबूझकर की है ताकि भविष्य में इसके साथ भी धोखाधडी की जा सके। ग्राम खेतलपुर में नक्शे और सरकारी दस्तावेज में गडबडी किए जाने के कुछ और मामले भी सामने आए है। कलेक्टर चन्द्रशेखर में मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।