November 14, 2024

सफलता की कहानी:एप्‍पल बेर बेचकर लगभग डेढ़ लाख रुपये की कमाई कर चुके हैं कुशल पाटीदार

रतलाम,26 फरवरी (इ खबरटुडे)। रतलाम जिले के उन्‍नत कृषक कुशल पाटीदार एप्‍पल बेर बेचकर डेढ़ लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा कमा चुके हैं। जिला उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों की सलाह पर पिपलोदा विकासखण्‍ड के ग्राम कुशलगढ़ के किसान कुशल पाटीदार ने सालभर पहले अपनी तेरह बीघा जमीन में एप्‍पल बेर के पौधे लगाए। विगत 1 माह से चल रही एप्‍पल बेर की तुड़ाई अब समाप्ति पर है। अब तक करीब 160 क्विंटल एप्‍पल बेर की फसल को उन्‍होंने जयपुर, इंदौर आदि स्‍थानों पर बेचा है, लगभग ढाई लाख रुपये की फसल बेचकर डेढ़ लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा अर्जित किया है। एप्‍पल बेर के पौधे उन्‍हें आगामी कई सालों तक हर साल लाखो रुपये का मुनाफा देंगे।

कुशल द्वारा लगाया गया थाईलैण्‍ड प्रजाति का एप्‍पल बेर स्‍वादिष्‍ट एवं मीठा होने के साथ ही आकार में भी काफी बढा होता है, वजन में ज्‍यादा होने के कारण मुनाफे की मात्रा बढ़ जा‍ती है। मात्र 6टी कक्षा उत्‍तीर्ण कुशल पाटीदार (मो.नं. 9826748328) कम पढ़े-लिखे होने के बावजूद भी वैज्ञानिक पद्धति से खेती करने के लिए सदैव रूचि लेते रहे हैं। वे देशभर में कृषि सेमिनारों में सम्मिलित होते हैं, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञ‍ानिकों एवं कृषि अधिकारियों एवं उद्यानिकी अधिकारियों के सम्‍पर्क में सदैव रहकर नई-नई जानकारियों से स्‍वयं को अपडेट रखते हैं। उन्‍होंने अपनी 40 एकड़ भूमि में ड्रीप पद्धति से सिंचाई की व्‍यवस्‍था कर ली है। उनका कहना है कि अगर पानी कम है तो ड्रीप पद्धति एवं स्प्रिंकलर पद्धति से सिंचाई करना फायदेमंद है, इससे खेती का रकबा बढ़ जाता है, क्‍योंकि हम ज्‍यादा भूमि को ड्रीप पद्धति से सिंचित कर सकते हैं।

पाली हाऊस में खीरे की फसल से कर रहे हैं हजारों की कमाई
कुशल पाटीदार अपनी पैतृक करीब ढाई सौ बीघा जमीन में अपने 5 भाईयों के साथ नई से नई फसल लेने के लिए सदैव तैयार रहते हैं। परिस्थिती एवं मांग के अनुसार फसल लेते हैं, उनकी भूमि में कुल 6 पाली हाऊस, 18 हजार स्‍के.मी. साईज में शासन की सहायता से लगाए गए हैं। अभी पाली हाऊस में वे खीरे की फसल ले रहे हैं, प्रतिदिन डेढ़ से दो मेट्रिक टन खीरे की फसल दिल्‍ली, रतलाम, मंदसौर मण्डियों में भेज रहे हैं। उनको 18 से 20 रुपये/किलोग्राम का भाव मिल रहा है। पाली हाऊस के अलावा उन्‍होंने अपनी 5 बीघा जमीन में जीरा, 38 बीघा जमीन में अमरूद, 50 बीघा में सरसों, 10 बीघा में तरबूज की फसल भी ले रहे हैं। गेहूँ चना तथा लहसून की फसल भी ले रहे हैं। इसके पूर्व कुशल पाटीदार टमाटर, असगन, डचरोज़ की खेती करके भी लाखो रुपये का मुनाफा अर्जित कर चुके हैं। खेती में कुशल पाटीदार के साथ-साथ उनके भाई हीरालाल, बालमुकुंद,विनोद कुमार,खेमराज भी समन्वित रूप से कार्य करके अपने परिवार को उत्‍तरोत्तर समृद्ध कर रहे हैं।

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