लाक डाउन के दौरान कांग्रेस नेताओं पर दर्ज किए गए झूठे प्रकरण,प्रेसवार्ता में सड़कों पर उतरने की चेतावनी
रतलाम,5 जून (इ खबरटुडे)। लॉकडाउन के दौरान जब भी कांग्रेस नेताओं ने जन समस्याओं को उठाने का प्रयास किया प्रशासन ने द्वेषतापूर्ण कार्यवाही करते हुए कांग्रेस नेताओं के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करवा दिए। पूरे जिले में कांग्र्रेस विधायकों समेत अनेक जनप्रतिनिधियों पर इस तरह की पक्षपातपूर्ण कार्यवाही की गई है। यदि प्रशासन का रवैया नहीं बदला तो कांग्रेस को मजबूरन सड़कों पर उतरना पडेगा।
यह बात आलोट के कांग्र्रेस विधायक मनोज चावला ने दोबत्ती स्थित पुराने कांग्रेस कार्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही। पत्रकार वार्ता में शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेन्द्र कटारिया,जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश भरावा,केन्द्रीय जिला सहकारी बैैंक के पूर्व अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह सोलंकी,कांग्रेस नेता पारस सकलेचा और विनोद मिश्रा मामा आदि उपस्थित थे। प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए आलोट विधायक ने बताया कि कांग्रेस जनों पर प्रशासन द्वारा की जा रही पक्षपातपूर्ण कार्यवाही पर विरोध व्यक्त करने के लिए उन्होने कांग्रेस के एकप्रतिनिधि मण्डल के साथ कलेक्टर रुचिका चौहान और डीआईजी रुचिवद्र्धन मिश्रा से मुलाकात की।
विधायक श्री चावला ने कहा कि आलोट के भू माफिया मनोज काला के अवैध कार्यो की शिकायत उनके द्वारा की गई थी। मनोज काला के वेयर हाउस पर किसानों के तौल में भारी गडबडियां की जा रही थी। प्रशासन ने मनोज काला की जांच तो नहीं की,उलटे कांग्र्रेस नेताओं के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर दिए गए। सहकारी बैैंक के पूर्व अध्यक्ष वीरन्द्र सिंह सोलंकी ने कहा कि गेंहू उपार्जन के बाद किसानों को राशि का भुगतान तो हुआ ही नहीं लेकिन उससे पहले ही सहकारी समितियों ने किसानों द्वारा लिए गए ऋण का राशि काट ली। इसी तरह फसल बीमा में भी कई गडबडियां हो रही है। इन मुद्दों को भी प्रशासन के सामने उठाया गया। प्रेसवार्ता को राजेश भरावा,महेन्द्र कटारिया पारसक सकलेचा ने भी संबोधित किया। कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि प्रशासन ने पक्षपातपूर्ण रवैया नहीं बदला तो कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ता सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे। उन्होने कहा कि कोरोना संकट के इस दौर में कांग्र्रेस कार्यकर्ता सेवाकार्यों मे जुटे हुए हैैं,लेकिन प्रशासन भाजपा नेताओं के दबाव में कांग्र्रेस कार्यकर्ताओं को सेवाकार्यों से रोकने के लिए उनके विरुद्ध झूठे प्रकरण दर्ज कर रहे हैैं।