रतलामी बंटी बबली विकास और दीपा जैन की धोखाधड़ी का नया कारनामा,दूसरे के भूखंड बेचने के नाम पर 14 लाख की धोखाधड़ी
रतलाम,07 जुलाई (इ खबरटुडे)। हिंदी फिल्मो की बंटी बबली की ठग जोड़ी की तर्ज पर रतलाम में भी एक ठग दंपत्ति के नए नए कारनामे सामने आ रहे है। फर्जी सेल एग्रीमेंट कर एक ठेकेदार सुरेश तंवर को साढ़े छह लाख का चूना लगा चुके विकास और दीपा जैन की धोखाधड़ी का नया मामला सामने आया है। उक्त ठग दंपत्ति विकास और दीपा जैन ने विजय कुमावत और उनकी पत्नी माधवी को भूखंड बेचने के नाम पर 14 लाख का चुना लगा दिया। ठग दंपत्ति ने ऐसे भूखंड उन्हें बेच दिए जो उसके थे ही नहीं। इस मामले की शिकायत एसपी गौरव तिवारी को की गई है।
उल्लेखनीय है कि विगत दिनों इन दोनों बंटी बबली विकास और दीपा जैन पर ठेकेदार सुरेश तंवर की शिकायत के आधार पर फर्जी सेल एग्रीमेंट करके साढे छह लाख रुपये अपने लोकेंद्र टॉकीज के पीछे स्थित गोल्डन नेस्ट के फ्लैट का करने एवं चेक बाउंस कराने तथा पैसे ना लौटाने का मामला सामने आया था। ठग दंपत्ति ने उसी फ्लैट का रजिस्टर्ड एग्रीमेंट अमिय कुमार निगम से 21 लाख रुपए में कर दिया था जबकि फ्लैट बैंक में बंधक है। जिसके चलते विकास और दीपा जैन पर धारा 420 468 409 में थाना स्टेशन रोड पर प्रकरण दर्ज हुआ था। प्रकरण दर्ज होने की जानकारी मिलते ही दोनों पति पत्नी आनन-फानन में फरार हो गए थे। इस प्रकरण के सामने आने के पश्चात अब इन बंटी बबली के नए-नए कारनामे सामने आ रहे हैं।
आज एसपी कार्यालय पर एक नया आवेदन विजय कुमावत एवं उनकी पत्नी माधवी कुमावत ने देकर शिकायत दर्ज कराई है कि गोल्डन नेस्ट के जिस फ्लैट में विकास एवं दीपा जैन अपने माता पिता के साथ रहते हैं। उस बहुमंजिला बहुमंजिला इमारत का निर्माण विजय कुमावत ने किया था। विकास प्रॉपर्टी ब्रोकर है तथा विजय कुमावत ठेकेदार इसलिए इनके बीच जान पहचान हो गई। इसी दौरान विकास जैन ने विजय कुमावत को बताया कि ग्राम बंजली में 2 भूखंड क्रमांक 7 एवं 8 सर्वे क्रमांक 315/ 2/ 2 पटवारी हल्का नंबर 19 में उपलब्ध है तथा यह रतलाम के प्रतिष्ठित व्यवसाई मध्य भारत स्टोर के सचिन पिता जगन्नाथ जी नीमा का है। विकास ने अगस्त दो हजार अट्ठारह में यह भूखंड दिखाए एवं भूखंड क्रमांक 7 का अनुबंध पत्र विजय कुमावत तथा भूखंड क्रमांक 8 का अनुबंध पत्र उनकी पत्नी श्रीमती माधवी कुमावत के नाम पर कर कर दोनों से अग्रिम बयाना राशि सात सात लाख रुपये किस प्रकार कुल 14 लाख रुपए ले लिए तथा दोनों को श्री सचिन नीमा के नाम से हस्ताक्षरित अनुबंध पत्र दे दिया । विकास ने उनसे कहा कि 1 मार्च 2020 तथा 20 मार्च 2020 को शेष राशि देने के पश्चात विक्रय पत्र का पंजीयन करा दिया जाएगा। इसके पश्चात लगातार पंजीयन कराने की मांग करने पर विकास टालमटोल करने लगा एवं जब दीपक कुमावत सचिन नीमा की दुकान पर पहुंचे तो वह उस समय आश्चर्यचकित रह गए जब उन्हें पता चला कि सचिन नीमा ने ऐसा कोई अनुबंध पत्र साइन नहीं किया है और ना ही उन्होंने भूखंड विक्रय किये हैं। इसके पश्चात जब विजय कुमावत ने विकास जैन को पकड़ा तो उसने तथा उसकी पत्नी ने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए निवेदन किया कि उसने जो अग्रिम राशि ली है वह शीघ्र लौटा देगा। उसने तथा उसकी पत्नी दीपा ने साढ़े तीन तीन लाख के चेक उनको प्रदान किए। उसके पश्चात यह चेक फरियादियों द्वारा बैंक में लगाने पर बाउंस हो गए। उसके पश्चात पुनः जब विजय कुमावत ने विकास और दीपा को घर पर जाकर पकड़ा तो उन्होंने फिर बहानेबाजी करते हुए कहा कि मम्मी के कैंसर का इलाज चल रहा है तथा उन्होंने एक अन्य चेक उन्हें नो लाख रुपए का माधवी कुमावत के नाम कोटक महिंद्रा बैंक शाखा श्रीनाथ ट्रस्ट नाथ विहार राजकोट का 30 सितंबर 2019 का पकड़ा दिया। यह चेक शिव टॉप एग्जिम प्राइवेट लिमिटेड के नाम था। इसे भी विकास और दीपा जैन ने अपना बताया। निर्धारित तिथि के पश्चात यह चेक भी बाउंस हो गया। उसके पश्चात दोनों लगातार विजय कुमावत तथा उनकी पत्नी को टालते रहे और थाने में एफ आई आर होने के पश्चात फरार हो गए। एफआईआर का पता चलने पर दीपक कुमावत एवं उनकी पत्नी के द्वारा एसपी ऑफिस में एक आवेदन उनके साथ हुई धोखाधड़ी के संदर्भ में दिया गया है। जिस प्रकार से बंटी बबली के कारनामे सामने आ रहे हैं लगता है आने वाले समय में कई अन्य लोग भी निकल कर सामने आएंगे और बंटी बबली के कारनामों का खुलासा होगा।