मंदिर की चार दीवारी बनाने में छूटे पसीने
दो बार ठेकेदार ने बनाई , अतिक्रामक ने तोड़ दी,
जिला प्रशासन पर भारी अतिक्रामक
उज्जैन ,15 जनवरी(इ खबरटुडे)।सिंहस्थ-2016 अंतर्गत 84 महादेव मंदिरों का जीर्णोद्धार कार्य किया जा रहा है। इनमें से एक मंदिर ऐसा भी है, जिसकी चार दीवारी बनाने में संबंधित विभाग के पसीने छूट रहे है। अतिक्रामक यहां जिला प्रशासन पर भारी पड़ रहा है।
दो बार ठेकेदार ने दीवार बनायी और दोनों बार दीवार तोड़ दी गई है। यहां का काम जस का तस पड़ा हुआ है। निर्माणकर्ता विभाग तहसील प्रशासन का मुँह ताक रहा है।
दो माह पूर्व ठेकेदारके माध्यम से बाउण्ड्रीवाल का निर्माण कार्य शुरु किया था
सिंहस्थ-2016 के तहत मंदिरों का जीर्णोद्धार विकास प्राधिकरण कर रहा है। विकास प्राधिरकण की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार करीब 90 मंदिरों के जीर्णोद्धार और पुताई का काम पूर्णता की ओर है। इन्हीं मंदिरों में 84 महादेव मंदिर अंतर्गत 54वें महादेव नीलकंठेश्वर का मंदिर पिपलीनाका नगर निगम झोन क्रमांक 1 कार्यालय के पीछे स्थित है। इस मंदिर के निर्माण कार्यों में मंदिर के आसपास की बाउण्ड्रीवाल का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही यहां अन्य कार्य भी होना है। विकास प्राधिकरण ने यहां करीब दो माह पूर्व ठेकेदारके माध्यम से बाउण्ड्रीवाल का निर्माण कार्य शुरु किया था।
दो तरफा बाउण्ड्रीवाल बनने के बाद इसे तोड़ दिया गया। इसे लेकर मंदिर के पूजारी ने जीवाजीगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत के उपरांत एक बार फिर से ठेकेदार ने दीवार निर्माण का कार्य शुरु किया। एक बार फिर से तीन तरफा दीवार खड़ी करने के बाद उस पर असंतुष्ट ने हथोड़े चलाकर दीवार गिरा दी।
मंदिर के आसपास की चार दीवारी का निर्माण अधर में लटका हुआ है
इसे लेकर फिर शिकायत हुई। इस शिकायत के बावजूद तहसील का जि मेदार अमला संबंधित पर स त कार्यवाही करवाने में कमजोर साबित हुआ। ऐसे में ठेकेदार भी निर्माण कार्य करने में अपने आपको असहाय मान रहा है। यहां तक कि निर्माण की एजेंसी विकास प्राधिकरण भी प्रशासन की ओर मुँह ताक रही है। इन हालातों में नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर के आसपास की चार दीवारी का निर्माण अधर में लटका हुआ है।