बैंकिंग और आनलाइन फ्राड को लेकर एसपी ने ली बैंक प्रतिनिधि और पुलिस अधिकारियों की संयुक्त बैठक
रतलाम,,07 फरवरी (इ खबर टुडे)। वर्तमान समय में बढ़ते साइबर क्राईम और बैंकिंग फ्रॉड, आनलाइन फ्रॉड जैसी शिकायतों को लेकर शुक्रवार को एसपी गौरव तिवारी ने बैंक प्रतिनिधियों और पुलिस अधिकारी की संयुक्त बैठक ली ।
एसपी गौरव तिवारी ने जिले से समस्त बैंक के प्रतिनिधिओ व पुलिस थानों के अधिकारियों की संयुक्त बैठक में बैंक एवं पुलिस इस प्रकार की शिकायतों में आपसी समन्वय से त्वरित व प्रभावी कार्य कैसे करें ,इसको लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि कार्यवाही करते हुए पीड़ित/आम जन को राहत देकर उनकी समस्या का निराकरण कर सके यही प्रयास होना चाहिए।
बैठक में पुलिस और बैंक के बीच आने वाली समस्यायों जैसे आपसी ताल-मेल,बैंक अकाउंट फ्रीज करना, कार्ड क्लोनिंग मे प्रक्रिया, बैंक मे इस प्रकार की समस्याओ के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति आदि समस्याओं पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि यदि किसी सावधानी बरतने के उपरांत भी कोई व्यक्ति इस प्रकार की घटना का शिकार हो जाता है तो शीघ्र अपने बैंक के टोल फ्री नंबर पर कॉल करें। अपने बैंक व पुलिस से संपर्क करने की अपील की गई है, जितनी शीघ्र शिकायत प्राप्त होगी, शिकायत निराकरण की संभावना उतनी अधिक होती है।
इन बातों का रखें ध्यान
बैठक में चर्चा पर इस प्रकार की शिकायतों का मुख्य कारण जनता में जागरूकता की कमी व जानकारी का अभाव होना पाया गया। इस दौरान चर्चा की गई कि ये बाते लोगों को जागरुकता लाकर समझाई जाएगी कि कोई भी बैंक या संस्था किसी भी व्यक्ति से कार्ड की जानकारी की मांग नहीं करती है। यदि कोई जानकारी की मांग करता है तो सतर्क रहे एवं जानकारी साझा न करें।
साथ ही एटीएम को सावधानी से प्रयोग करें। अपना एटीएम पिन किसी से साझा न करें। अंजान वैबसाइट पर शापिंग करने से बचे व अपने कार्ड की जानकारी इस प्रकार की साइट पर शेयर भी न करें।
वाटसएप या ट्विटर द्वारा आई हुई अंजान लिंक को प्रयोग करने से बचे व इस प्रकार की लिंक पर अपनी व्यक्तिगत व बैंकिंग संबंधी जानकारी शेयर न करें। यूपीआई मोबाइल वॉलेट के ब्लॉक के संबंध में दिये गए नंबर पर फोन न कर के पहले चेक करें।
आपका वालेट ब्लॉक हुआ है या नहीं क्यो की फ्रॉड करने वाले इस प्रकार के मैसज भेज कर आपकी जानकारी चोरी कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि खाते में पैसे लेते समय किसी भी प्रकार का पासवर्ड नहीं डाला जाता है,जब कोई आपको पैसे भेजता है तो उसको पासवर्ड डालने की जरूरत नहीं है। इसका विशेष ध्यान रखे।
फेसबूक या अन्य सोशल साइट के माध्यम से आपका कोई परिचित पैसो की मांग करता है, तो एक बार आपके परिचित या उससे संबन्धित किसी व्यक्ति से चर्चा जरूर करें।