बीच बाजार बिना अनुमति के निर्माण
नगर निगम में शिकायत के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं
रतलाम,12 जुलाई (इ खबरटुडे)। नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार इतना अधिक हो चुका है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों को कोई डर ही नहीं है। शहर के बीचोबीच व्यस्ततम व्यापारिक क्षेत्र में बिना अनुमति के भवन निर्माण किया जा रहा है। नगर निगम को शिकायत किए जाने के बावजूद भ्रष्ट अधिकारी इस अवैध निर्माण को रोकने को तैयार नहीं है।
उल्लेखनीय है कि किसी निजी या व्यावसायिक उपयोग के काम आने वाले भवन के निर्माण के लिए नगर एवं ग्राम निवेश विभाग तथा नगर निगम से अनुमति लेना अनिवार्य होता है। निर्माण किए जाने वाले भवन का नक्शा नगर निगम और नगर एवं ग्राम निवेश विभाग से स्वीकृत कराना अनिवार्य है और स्वीकृत नक्शे के अनुसार ही निर्माण किया जाना होता है। नियमों के मुताबिक किसी व्यावसायिक भवन में पार्किंग इत्यादि के लिए खुली भूमि छोडना अनिवार्य होता है। परन्तु नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते कई लोग बेझिझक अवैध निर्माण कर लेते है,जो कि बाद में पूरे शहर के लिए समस्या बन जाते है।
शहर के चान्दनीचौक जैसे व्यस्ततम व्यापारिक क्षेत्र में इन दिनों एक मार्केट का अवैध रुप से निर्माण किया जा रहा है। यह पूरा इलाका पहले ही यातायात की जबर्दस्त समस्या से जूझ रहा है। वाहनों की पार्किंग के लिए जगह नहीं है। यहां तक कि पैदल चलना भी मुश्किल है। ऐसे में अवैध निर्माण के पूरा हो जाने के बाद पार्किग और यातायात की समस्या और बढना तय है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वार्ड क्र.42 चांदनीचौक के भवन क्र.151 व 152 पर कुछ लोगों द्वारा मार्केट का निर्माण किया जा रहा है। निर्माणकर्ताओं ने उक्त मार्केट निर्माण के लिए न तो नगर निगम और ना ही नगर एवं ग्राम निवेश विभाग से कोई नक्शा भी स्वीकृत नहीं कराया गया है,साथ ही उक्त मार्केट में पार्किंग के लिए भी स्थान नहीं छोडा गया है। उक्त अवैध निर्माण पर क्षेत्र के अन्य रहवासियों ने नगर निगम का ध्यान आकृष्ट करवाया। नागरिकों ने पहले तो क्षेत्र के सबइंजीनियर को इस बात की शिकायत की। लेकिन जब इस शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं हुई,तो लोगों ने सीधे निगमायुक्त को इस बात की शिकायत की। इधर अवैध निर्माण धड़ल्ले से जारी है। आयुक्त को लिखित शिकायत किए जाने के बावजूद अब तक न तो निर्माण कार्य रोका गया और ना ही अवैध निर्माण कर रहे व्यक्तियों के विरुध्द कोई कार्यवाही की गई। नीचे से उपर तक व्याप्त भ्रष्टाचार का ही नतीजा है कि अवैध निर्माण करने वालों को कोई भय नहीं है।