पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने उठाई मंदसौर गोलीकांड की जांच रिपोर्ट निरस्त करने की मांग
भोपाल,15 नवंबर (इ खबरटुडे)। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने जिस मंदसौर गोलीकांड को मुद्दा बनाया था, उसकी रिपोर्ट अब तक विधानसभा के पटल पर नहीं रखी गई है। रिपोर्ट का परीक्षण करने का वादा करने के बाद भी यह काम अब तक पूरा नहीं हो पाया।
सरकार के रवैए से खफा पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर मंदसौर गोलीकांड की जांच रिपोर्ट विधानसभा में रखकर निरस्त करने की मांग की है। साथ ही यह भी कहा कि नए सिरे से उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। हालांकि, गृह विभाग ने अब तक इस पर रुख साफ नहीं किया है।
कांग्रेस के सरकार में आने के बाद दावा किया गया था कि मंदसौर गोलीकांड हो या फिर पेंशन घोटाला, जांच रिपोर्ट विधानसभा के पटल पर रखी जाएंगी। दो सत्र बीत चुके हैं लेकिन किसी भी मामले में रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की गई।
पेंशन घोटाले की रिपोर्ट का परीक्षण करने के लिए मंत्रियों की कमेटी बनाई पर दो बार सूचना जारी होने के बाद भी आज तक बैठक ही नहीं हो पाई। जबकि, कांग्रेस यह आरोप लगाते रही है कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का इसमें नाम है, इसलिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रिपोर्ट विधानसभा में नहीं रखी। उधर, मंदसौर गोलीकांड की रिपोर्ट का परीक्षण भी आठ माह में पूरा नहीं हो पाया।
फरवरी के विधानसभा सत्र में गृहमंत्री बाला बच्चन ने जब लिखित जवाब में गोलीचालन की घटना को आत्मरक्षा के लिए उठाया गया कदम करार दिया था तो पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित अन्य कांग्रेस नेताओं ने आपत्ति दर्ज कराई थी। इसके बाद गृहमंत्री ने सफाई दी थी कि हमने किसी को क्लीनचिट नहीं दी है।
रिपोर्ट का परीक्षण कराया जा रहा है और जरूरत हुई तो उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी। यह काम आज तक पूरा नहीं हुआ है। इसको लेकर पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर जांच रिपोर्ट को विधानसभा में रखकर निरस्त करने की मांग की है।