निपाह वायरस ( NiV ) के बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्देश जारी किए गए
रतलाम,29 मई (इ खबरटुडे)। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर प्रभाकर ननावरे ने बताया कि निपाह वायरस के उपचार रोकथाम एवं नियंत्रण की कार्रवाई करने के संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं। निपाह वायरस के कतिपय मामले केरल राज्य में दर्ज किए गए हैं, इस संबंध में बीमारी से बचाव की तैयारियां रतलाम जिले में की गई है।
उल्लेखनीय है कि यह बीमारी चमगादड़ द्वारा उपयोग किए गए फल व अन्य कारणों से फैलती है मनुष्य से मनुष्य में यह संक्रमण शारीरिक संपर्क से शरीर के तरल पदार्थ द्वारा होता है। निपाह वायरस के मुख्य लक्षण में तेज बुखार, सिर दर्द, सांस लेने में तकलीफ, उल्टी दस्त जैसी शिकायत होती है। वर्तमान में बीमारी की जांच की सुविधा पुणे में है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आइसोलेशन वार्ड बनाने, औषधि और सामग्रियों की उपलब्धता रखने, पशु चिकित्सा विभाग से समन्वय कर चमगादड़ों और सूअरों के संक्रमण पर नियंत्रण रखने संबंधी निर्देश जारी किए गए हैं।
बीमारी से बचाव के लिए चमगादड़ों वाले क्षेत्र में अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। सूअरों के संपर्क से बचाव किया जाना चाहिए। गिरे हुए अथवा जानवरों के झूठे फल खाने से बचना चाहिए। बीमारी के मरीज से संपर्क नहीं करना चाहिए। सब्जियों पर यदि जानवरों के कटे का निशान हो तो ऐसी सब्जी नहीं खरीदना चाहिए। व्यक्तिगत स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।