निकिता की हत्या से गुस्से में देश: आखिर हिंदुओं के धैर्य की परीक्षा कब तक?
नई दिल्ली,28 अक्टूबर(इ खबर टुडे)। लव जिहाद का शिकार बनीं निकिता तोमर के हत्यारों को फांसी देने की मांग उठ रही है. पूरे देश में इस घटना को लेकर गुस्सा है और हर तरफ बस यही सवाल पूछा जा रहा है कि आखिर हिंदुओं के धैर्य की परीक्षा कब तक ली जाएगी? निकिता को फरीदाबाद से सटे बल्लभगढ़ में तौसीफ नाम के युवक ने बीच सड़क पर गोली मारी थी. हरियाणा की बेटी निकिता को इंसाफ दिलाने के लिए जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं.
बड़े-बड़े नेताओं तक पहुंच
गुस्साए परिजनों और प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली-मथुरा नेशनल हाइवे को जाम कर दिया था. वहीं मृतक लड़की के भाई नवीन तोमर का कहना है कि हत्या का आरोपी तौसीफ कांग्रेस विधायक आफताब अहमद का भतीजा है. ये रसूखदार लोग हैं, उनकी कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं सतक पहुंच है. निकिता के भाई ने कहा कि दो साल पहले भी उसने मेरी बहन को परेशान करने की कोशिश की थी, पुलिस में शिकायत भी हुई लेकिन ये रसूखदार लोग हैं, हम डर गए और पंचायत के सामने समझौता कर लिया. निकिता के परिवार ने इंसाफ के लिए योगी मॉडल को अपनाने की बात कही है.
मज़हबी षडयंत्र का बनी शिकार
लव जेहाद ने पहले भी देश में कई हिंदू बेटियों की जान ली है और अब बल्लभगढ़ की होनहार छात्रा निकिता तोमर भी मज़हबी षडयंत्र का शिकार बनीं. तौसीफ ने धर्म बदलने और शादी करने से इनकार करने पर निकिता की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन रसूखदार होने के चलते उन्हें कितनी सजा होगी इस पर लोगों को संशय है.
निकिता के परिजनों का आरोप, रसूखदार है तौसीफ का परिवार, सोनिया गांधी तक है पहुंच
आखिर इतनी हिम्मत कहां से आई?
पढ़ाई में अव्वल निकिता का सपना बड़ी अफसर बनने का था, लेकिन लव जेहाद की आग में उनकी जिंदगी, उसके सपने सब कुछ जल गया. निकिता से एकतरफा प्यार करने वाले तौसीफ ने उससे धर्म बदलकर शादी करने को कहा था, लेकिन निकिता ने इससे इनकार कर दिया था. जिससे बौखलाए आरोपी ने उसकी हत्या कर दी. यहां सवाल उठता है आखिर तौसीफ के अंदर इतनी हिम्मत आई कहां से कि वो निकिता तोमर पर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन दबाव बनाने लगा? तौसीफ के ऊपर किसका हाथ है जिसके दम पर उसने निकिता तोमर को दिन दहाड़े सबके सामने गोली मार दी?
तब रसूख के चलते बच गया
इन सारे सवालों का जवाब पीड़ित परिवार ने देने का प्रयास किया है. पीड़ित परिवार ने बताया कि तौसीफ बेहद रसूखदार है और कांग्रेस के बड़े नेताओं से उसके सीधे संपर्क हैं. इससे पहले भी तौसीफ ने 2018 निकिता का अपहरण किया था, लेकिन अपने रसूख के चलते वह आसानी से बच गया. हालांकि उस वक्त ये बात तय हुई थी कि तौसीफ कभी निकिता का पीछा नहीं करेगा, लेकिन उसके सिर पर लव जेहाद का जुनून सवार था. इसीलिए उसने कुछ दिनों पहले फिर से निकिता पर धर्म परिवर्तन का दबाव डालना शुरू कर दिया था.
अब क्यों खामोश है कांग्रेस?
इस मामले में कांग्रेस का नाम सामने आने के बाद से महिला अत्याचार पर मुखर होने का नाटक करने वाली पार्टी खामोश है. हाथरस से लेकर बलरामपुर तक बेटियों पर अत्याचार के मुद्दे पर शोर मचाने वाले कांग्रेस के बड़े नेता बल्लभगढ़ की बेटी और परिवार से हमदर्दी जताने नहीं पहुंचे हैं. हां इस मामले में कांग्रेस नेताओं ने राजनीति जरूर शुरू कर दी है. कांग्रेस सरकार से सवाल तो पूछ रही है, लेकिन जिस इलाके में ये घटना हुई वहां के मौजूदा कांग्रेस विधायक तक इस परिवार का हाल जानने नहीं पहुंच.
कब मिलेगी फांसी?
इस पूरे मामले में पुलिस ने पहले मेवात से मुख्य आरोपी तौसीफ को गिरफ्तार किया और फिर कुछ घंटों के बाद इस मर्डर में शामिल दूसरे आरोपी रेहान को भी मेवात के रेवासन गांव से गिरफ्तार कर लिया गया. निकिता का परिवार आरोपियों के लिए फांसी की मांग कर रहा है. वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया है, लेकिन देश ये ही पूछ रहा है निकिता के हत्यारों को फांसी कब मिलेगी?