नक्सलियों को घेरने के लिए पुलिस लगाएगी बॉर्डर कैंप
बालाघाटर,15 मार्च (इ खबरटुडे)। कान्हा नेशनल पार्क के रास्ते मध्यप्रदेश में विस्तार दलम के बढ़ते कदम को रोकने पुलिस जल्द ही ठोस कदम उठाने की तैयारी कर रही है। यहां कम फोर्स का फायदा उठा रहे नक्सलियों पर अंकुश लगाने सरकार फोर्स बढ़ाने की बात कर रही है, जबकि कान्हा नेशनल पार्क के रास्ते बढ़ रहा मूवमेंट पुलिस के लिए नासूर बनता जा रहा है।
यहां वैकल्पिक तौर पर हॉक फोर्स और जिला पुलिस बल के जवान सर्चिंग कर रहें हैं, लेकिन कान्हा के जंगल में आऊट सोर्स में कमी का नक्सली फायदा उठा रहे हैं, जहां पुलिस अब बॉर्डर कैंप लगाने स्टेप लेने कवायद कर रही है।
ये है स्थिति
– कान्हा नेशनल पार्क के रास्ते बाघों के कॉरीडोर से नक्सली अपना कॉरीडोर तैयार कर बाघों के कॉरीडोर पर नक्सली सेंध लगा रहे हैं।
– पार्क के संरक्षित क्षेत्र में इनकी मौजूदगी से न केवल टूरिस्टों के लिए ख्ातरा बढ़ रहा है, बल्कि बाघों के जीवन पर भी संकट गहरा रहा है।
– जंगल में बसे दूरस्थ गांवों में नक्सली पुलिस का सोशल नेटवर्क तोड़कर अपना नेटवर्क बढ़ा रहे हैं।
नया कॉरीडोर किया तैयार
छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के कबीरधाम से नक्सली गढ़ी मुक्की होते हुए सूपखार के जंगल से सीधे मंडला की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं। यहां से उनका टारगेट मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, उमारिया से सीधे सिंगरौली तक रोड मेपिंग करने का है। जिसके जरिए इन जंगलों में अपनी ताकत बढ़ाने ओडिशा, झारखंड व आंध्रा से सीधे नई भर्ती कर तादाद बढ़ाएंगे।
ग्रामीणों से पनाह मांग रहे नक्सली
मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, उमरिया के जंगलों में नक्सलियों ने 500 गांवों को टारगेट में लिया है। जिसमें अब तक करीब 400 गांव चिन्हित कर लिए हैं। इन गांवों में नक्सली जहां ठिकाने तलाश रहे हैं वहीं ग्रामीणों का हितैषी बताकर पनाह भी मांग रहे हैं।
नक्सली गांवों को दे रहे अपना कोड
प्लाटून-2 के लिए 200 गांवों का नक्सली कोड तैयार किया गया है। इस प्लाटून का एरिया बालाघाट, मंडला, डिंडौरी रखा गया है।
प्लाटून-3 के लिए 200 गांवों का नक्सली कोड तैयार किया गया है। इस प्लाटून का एरिया कबीरधाम, मंडला, उमरिया रखा गया है।