November 14, 2024

कुंआझगर उपखण्ड में आयोजित संघ के पथसंचलन में 200 से अधिक स्वयंसेवक कदमताल करते हुए निकले

रतलाम,28 जनवरी (इ खबरटुडे)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पथ संचलन किसी को भयभीत करने के लिए नहीं अपितु समाज में संगठित शक्ति के प्रति आत्मविश्वास जगाने और समरसता का भाव जागृत करने का उपक्रम है । संघ की शाखा में प्राप्त अनुशासन , समरसता , और राष्ट प्रेम के संस्कारो का प्रकटीकरण एवम् समाज के मध्य हिंदुत्व की सात्विक शक्ति का समन्वय ही पथ संचलन का प्रमुख उद्देश्य है ।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी स्थापना के समय से ही हिन्दू समाज को संगठित करने का पवित्र कार्य निरंतर कर रहा है ।संघ की शाखा में आने वाला प्रत्येक स्वयंसेवक विभाजनकारी मानसिकता से मुक्त होकर समस्त हिन्दू समाज को बंधुत्व भाव से स्वीकार करता है । यह संघ शक्ति ही आज भारत की बर्बादी तक जंग करने की इच्छा रखने वालो की राह को अपनी संपूर्ण ऊर्जा से रोके हुए है और राष्ट्र रक्षा के लिए सदैव तत्पर है ।

उक्त विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उज्जैन विभाग के विभाग प्रचार प्रमुख डॉ रत्नदीप निगम ने ग्राम कुंआझगर में निकले संघ के पथ संचलन के अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किये । कुंआझगर उपखण्ड में आयोजित संघ के पथसंचलन में 20 ग्रामों के 200 से अधिक स्वयंसेवक ग्राम के विभिन्न मार्गों पर घोष की मधुर धुन पर कदमताल करते हुए चल रहे थे । कार्यक्रम के अतिथि समाजसेवी श्री जगन्नाथ जी पाटीदार थे ।

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