May 2, 2024

काउंटर टेररिज्म की स्ट्रैटजी तैयार करेंगे, जर्मनी पहुंचने पर मोदी ने किया ट्वीट

नई दिल्ली, 29 मई (इ खबरटुडे)। चार देशों के 6 दिन के दौरे के गए नरेंद्र मोदी सोमवार शाम जर्मनी पहुंचे। वो मंगलवार को भी यहीं रहेंगे। मोदी ने जर्मनी पहुंचने के बाद ट्वीट किया, “मैं और जर्मन चांसलर काउंटर टेररिज्म के लिए स्ट्रैटजी तैयार करने की कोशिश करेंगे।” इसके बाद स्पेन, रूस और फ्रांस जाएंगे। कूटनीतिक और आर्थिक तौर पर यह दौरा काफी अहम साबित होने की उम्मीद है। इकोनॉमिक, डिफेंस, साइंस, इन्फॉर्मेशन-टेक्नोलॉजी और न्यूक्लियर एनर्जी एजेंडे में शामिल होगी। मोदी इन देशों के बिजनेस लीडर्स को ‘मेक इन इंडिया’ प्रोजेक्ट के तहत भारत में कारोबार करने के लिए इनवाइट भी करेंगे। इस दौरान वे 20 से ज्यादा प्रोग्राम में शामिल होंगे।

जर्मनी पहुंचने के बाद मोदी ने एक ट्वीट में कहा- मुझे भरोसा है कि इस विजिट से भारत और जर्मनी के रिश्ते मजबूत होंगे और दोनों देशों को फायदा होगा। इसके पहले एक फेसबुक पोस्ट में पीएम ने कहा- मैं और जर्मन चांसलर दोनों देशों के बीच ट्रेड, इन्वेस्टमेंट, सिक्युरिटी और काउंटर टेरेरिज्म के लिए स्ट्रैटजी तैयार करने की कोशिश करेंगे। एक जर्मन न्यूज पेपर को दिए इंटरव्यू में पीएम ने आतंकवाद को मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। यूरोपीय देशों से अपील में मोदी ने कहा कि वो आतंकवाद के खिलाफ पुख्ता तरीके से काम करें। उन्होंने कहा- यूरोप में भी कई आतंकी हमले हुए हैं। ताजा मामला ब्रिटेन के मैनचेस्टर का है।

पिछले दो सालों के दौरान मोदी की यह जर्मनी की दूसरी यात्रा है। इससे पहले वे अप्रैल 2015 में जर्मनी गए थे। इसके बाद मर्केल उसी साल अक्तूबर में भारत आई थी। 30 मई को मोदी और मर्केल के बीच अंतर सरकारी मंच की बैठक होगी। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय महत्व के विषयों पर चर्चा होगी। मोदी 31 मई को स्पेन पहुंचेंगे जहां उनका मुख्य ध्यान आधारभूत संरचना और उर्जा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर होगा।

मोदी 31 मई को रूस पहुंचेंगे जहां उनका सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनामिक फोरम में हिस्सा लेने का कार्यक्रम है। एक जून को मोदी और पुतिन के बीच द्विपक्षीय बैठक होगी।

यह पहला मौका है जब द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन मास्को से बाहर हो रहा है। दोनों देशों के बीच सामरिक संबंध है और यह साल 2000 से हैं। रूस एकमात्र ऐसा देश है जिसके साथ भारत की सालाना बैठक होती है।

इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कुछ सहमति पत्र पर भी हस्ताक्षर हो सकते हैं। इस बैठक की पृष्ठभूमि में पीएम मोदी की रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन से बातचीत होने और द्विपक्षीय संबंधों के विविध आयामों पर चर्चा होने की एवं उसे बढ़ावा देने के रास्ते तलाशने की उम्मीद है।

बातचीत के दौरान कारोबार, निवेश, रक्षा और परमाणु सहयोग के क्षेत्र में भी चर्चा होने की उम्मीद है। 2 जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फ्रांस पहुंचेंगे। उनका फ्रांस के नवनियुक्त राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से मिलने का कार्यक्रम है।

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