कश्मीर में स्थिति सामान्य, हिरासत में बंद नेताओं को छोड़ा जाएगा : गृह मंत्रालय
नई दिल्ली,16नवंबर (इ खबरटुडे)। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के पहले से हिरासत में लिए गए कश्मीरी नेताओं को रिहा करने की तैयारी की जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य में हालात को सामान्य देखते हुए हिरासत में लिए गए नेताओं पर यह विचार किया है।
मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने संसद के दोनों सदनों के सदस्यों को शुक्रवार को बताया कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य हो रहे हैं और हिरासत में लिए गए नेताओं को धीरे-धीरे रिहा किया जा रहा है। हालांकि सूत्रों ने कहा कि बाकी नेताओं को छोड़ने के लिए कोई समयसीमा नहीं बताई जा सकती।
दूसरी ओर कांग्रेस ने नेताओं को हिरासत में रखे जाने को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला और सवाल उठाया कि श्रीनगर के सांसद फारूक अब्दुल्ला को सोमवार से शुरू हो रहे संसद के सत्र में भाग लेने की अनुमति मिलेगी या नहीं।
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा की अध्यक्षता वाली गृह मामलों की स्थाई संसदीय समिति की बैठक में सांसदों ने गृह सचिव अजय कुमार भल्ला और उनकी टीम के अधिकारियों से जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति और हालात सामान्य करने के लिए उठाए जा रहे कदमों को लेकर सवाल पूछे।
अनुच्छेद-370 समाप्त करने और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के पांच अगस्त के फैसले के बाद गृह मामलों की स्थाई समिति की यह पहली बैठक थी। सूत्रों के मुताबिक, गृह सचिव ने सांसदों को बताया कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य हो रहे हैं, स्कूल खुल गए हैं और सेब का कारोबार हो रहा है।
हिरासत में लिए गए नेताओं को लेकर पूछे गए सवाल पर भल्ला और उनकी टीम के अधिकारियों ने कहा कि नेताओं को धीरे-धीरे रिहा किया जा रहा है। लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों ने सरकार के शीर्ष अधिकारियों से पूर्व मुख्यमंत्री और श्रीनगर के सांसद फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ 17 सितंबर को पब्लिक सेफ्टी एक्ट (पीएसए) में आरोप लगाए जाने के बारे में पूछताछ की।
अधिकारियों ने कहा कि पीएसए के तहत जिन्हें हिरासत में लिया गया है वे इसे ट्रिब्यूनल में चुनौती दे सकते हैं और उसके आदेश से अंसतुष्ट होने पर हाई कोर्ट का रुख कर सकते हैं। समिति के सदस्यों ने पूर्व उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के लंबे समय से हिरासत में रखे जाने पर भी नाराजगी जताई।