कपास फैक्ट्री में लकवाग्रस्त मालिक एवं नौकर से लाखों की लूट,हिसाब किताब देखने वाला संचालक कोरोनटाईन,लूट की राशि का अधिकृत खुलासा नहीं
उज्जैन,11 सितम्बर (इ खबरटुडे)। नागझिरी थाने के औद्योगिक क्षेत्र में कपास की फैक्ट्री में गुरुवार तड़के लूट की वारदात को दो नकाबपोश बदमाशों ने अंजाम दिया है।लकवाग्रस्त फैक्ट्री मालिक एवं उनके देखभाल करने वाले को बदमाशों ने पीटा और आंखों में मिर्च डाल वारदात को अंजाम दिया। प्रारंभिक रूप से 6 लाख रुपए नगद और आभूषण लूट की जानकारी सामने आ रही है।अधिकृत खुलासा फैक्ट्री का काम देखने वाले के आने पर ही होगा।
थाना प्रभारी दिनेश पटेल के अनुसार नागझिरी औद्योगिक क्षेत्र की मोहित इंडस्ट्रीज में गुरुवार तड़के 3:30 बजे खिड़की के रास्ते से दो बदमाश फैक्ट्री में बने मकान में घुस गए। यहां कार्यालय सह आवास में पुरी तरह लकवा ग्रस्त फैक्ट्री संचालक चंद्रप्रकाश राजानी 60 वर्ष उनकी देखभाल करने वाले भंवरसिंह वाघेला 50 वर्ष के साथ रहते हैं। राजानी पिछले कई सालों से लकवा ग्रस्त हैं और फैक्ट्री परिसर में बने आवास सह कार्यालय में ही निवासरत हैं। वे बगैर सहारे के अपने स्वयं के काम नहीं कर पाते हैं। उनकी देखभाल के लिए भंवरसिंह को रखा गया है।गुरुवार देर रात बदमाशों ने फैक्ट्री परिसर में पीछे स्थित तोलकांटे की और लगे गेट का तार खोलकर प्रवेश किया। इसके बाद फैक्ट्री के प्रथम तल पर जाकर पीछे स्थित पतरे के दरवाजे में छेद किया और अंदर की कुंडी को हाथ डालकर खोला। अंदर प्रवेश करने के बाद सीढियों के सहारे वे कार्यालय सह आवास में आए। यहां पर राजानी एवं उनकी देखभाल करने वाला भंवरसिह सो रहे थे।बदमाशों ने उन्हे उठाया और वाघेला की आंखों में मिर्ची झोंक कर उसके साथ मारपीट की । विरोध की स्थिति न होते देखकर बदमाशों ने राजानी के पलंग के पीछे रखी अलमारी तोड़ कर उसमें रखी करीब 6 लाख रुपए की नकदी तथा सोने की 8 चूड़ी, ब्रेसलेट और एक मंगलसूत्र की लूट को अंजाम दिया और भाग गए। मारपीट से कर्मचारी वाघेला बुरी तरह से डर गया है। नकदी और आभूषण लूटने के बाद आरोपियों ने फैक्ट्री में लगे सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर बॉक्स को भी निकाल लिया। बदमाशों ने तकरीबन आधा घंटा तक फैक्ट्री में लूटपाट की। इसके बाद वह अंधेरे में ही भाग निकले। घटना के बाद कर्मचारी भंवरलाल ने महेश राजानी के पुत्र कपिल को फोन लगाकर घटना की जानकारी दी। इसके बाद मौके पर नागझिरी पुलिस जांच के लिए पहुंची। पुलिस को शंका है कि वारदात में कोई पूर्व कर्मचारी शामिल हो सकता है। घटना के बाद पुलिस ने फैक्ट्री में काम करने वाले सभी कर्मचारियों के बयान दर्ज कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है।फैक्ट्री का हिसाब किताब रखने वाले महेश घर में कोरोन टाईन होने से चोरी गई नकदी एवं ज्वेलरी का अधिकृत हिसाब पुलिस को नहीं मिल पाया है। लूट की घटना की जानकारी मिलने पर घटनास्थल पर एफएसएल,डाग स्क्वाड,फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम पहुंची थी।पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों के सीसी टीवी फूटेज लेकर उन्हे खंगालने का काम शुरू किया है।