December 25, 2024

एक राष्ट्र, एक चुनावः सपा, TRS और BPF का समर्थन, AAP ने जताया विरोध

नई दिल्ली,9 जुलाई(इ खबरटुडे)।सपा और तेलंगाना राष्ट्र समिति और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट ने रविवार को लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के विचार का समर्थन किया है। वहीं आम आदमी पार्टी ने इसके विरोध जताया और कहा कि एक साथ चुनाव कराये जाने  से भारत का संसदीय लोकतंत्र एवं संघवाद ‘नष्ट’ होगा।

सपा के राज्यसभा सदस्य रामगोपाल यादव ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पहल का समर्थन करते हुए कहा कि इसकी शुरुआत 2019 से होनी चाहिए। विधि आयोग द्वारा आहूत बैठक में यादव ने कहा, सपा लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के समर्थन में है। यादव ने कहा, अगर कोई चुनी सरकार तीन वर्षों के भीतर गिर जाती है और वहां नई सरकार बनाने की कोई संभावना नहीं है, तो वहां चुनाव दो साल के लिए होने चाहिए ताकि चुनाव समय पर हो सकें।

टीआरएस के बी विनोद कुमार ने कहा, हमारे पार्टी अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि हम लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव साथ कराने का दृढ़ता से समर्थन करते हैं ताकि केंद्र और राज्य स्तर पर निर्वाचित सरकार पांच साल तक काम कर सकें।

बीपीएफ सांसद विश्वजीत दैमई ने कहा, साथ-साथ करवाना स्वागत योग्य कदम है। बीपीएफ इस प्रस्ताव का समर्थन करता है। तृणमूल कांग्रेस, गोवा फॉरवर्ड पार्टी और भाकपा ने शनिवार को प्रस्ताव का विरोध किया और कहा था कि यह संविधान के खिलाफ है और क्षेत्रीय हितों पर इससे प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।

संघीय ढांचे को बर्बाद कर देगा एक साथ चुनाव : द्रमुक
द्रमुक और आप ने भी एक साथ चुनाव का विरोध किया है। द्रमुक ने लोकसभा व विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराए जाने के विचार को संविधान के मूल सिद्धांतों के खिलाफ बताया है।  पार्टी ने कहा कि यह अनुचित है और व्यावहारिक रूप से संभव भी नहीं है। द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने विधि आयोग को लिखित में बताया, प्रस्ताव पूरी तरह से विपरीत प्रतीत हो रहा है जो संघीय ढांचे को बरबाद कर देगा। मैं अपनी पूरी पार्टी की तरफ से इसका पूर्ण रूप से विरोध दाखिल करता हूं।

प्रबंधित लोकतंत्र बन जाएगा देश

लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के विचार को खारिज करते हुए आम आदमी पार्टी ने कहा कि इस तरह की प्रणाली से भारत एक ‘प्रबंधित लोकतंत्र’ में बदल जाएगा। विधि आयोग के समक्ष पेश हुए आप नेता आशीष खेतान ने कहा, हम एक राष्ट्र, एक चुनाव के विचार के खिलाफ हैं क्योंकि यह भारत के संघीय लोकतंत्र को प्रबंधित लोकतंत्र में बदल देगा। लोकसभा और राज्य विधानसभा के चुनाव एक साथ कराने के लिए भारतीय संविधान को विकृत कर पूरी तरीके से फिर से लिखा जाएगा।

आप का विरोध
आप (आम आदमी पार्टी) के वरिष्ठ नेता आशीष खेतान ने आज कहा कि उनकी पार्टी का यह दृढ़ता से मानना है कि एक साथ चुनाव कराये जाने  से भारत का संसदीय लोकतंत्र एवं संघवाद ‘ नष्ट  होगा।

खेतान ने विधि आयोग और उसके सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि आप इस मामले में पार्टी के रूख को लेकर आयोग को एक विस्तृत पत्र सौंपेगे। विधि आयोग ने 14 जून को सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से इस मुद्दे पर उनकी राय मांगी थी।

खेतान ने ट्वीट कर कहा, ”विधि आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्यों से मुलाकात की। बताया कि ‘ आप इस बात पर दृढ़ता से विश्वास करती है कि एकसाथ चुनाव करवाने से हमारा संसदीय लोकतंत्र एवं संघवाद नष्ट हो जाएगा तथा इसका मतलब होगा हमारे संविधान के बुनियादी ढांच को क्षत – विक्षत करना। हम जल्द ही आयोग को एक विस्तृत पत्र सौंपेगे।

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