November 23, 2024

उज्जैन दक्षिण के 100 नंबर बूथ पर कल फिर मतदान

मॉकपोल में हुई थी गड़बड़
उज्जैन 1 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 217 के मतदान केन्द्र क्रमांक 100 पर 25 नवंबर को हुए मतदान में गडबड़ हुई थी। इसे निर्वाचन आयोग ने मान्य करते हुए दो दिसंबर को इस मतदान केन्द्र पर फिर से मतदान करवाने के लिए कार्रवाई शुरु कर दी है। इस संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी ने रिटर्निंग अधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। सोमवार को इस केन्द्र पर प्रात: 8 से शाम 5 तक पुन: मतदान होगा। यहाँ मतपर्चियाँ बाँटने का काम बीएलओ ने शुरु कर दिया है।
विधानसभा चुनाव 20913 के तहत 25 नवंबर को हुए मतदान में उज्जैन दक्षिण क्षेत्र के मतदान केन्द्र क्रमांक 100 शासकीय कन्या महाविद्यालय केन्द्र पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में मॉकपोल उपरांत मतों में गड़बड़ी की स्थिति सामने आई थी। यहाँ 25 दिसंबर को दो ईवीएम में कुल 417 मत हुए थे। पहली मशीन में मॉकपोल उपरांत भी कुछ मत सामने आए थे। इस मुद्दे को लेकर आयोग तक शिकायत पहुंची थी। इस मतदान केन्द्र पर कुल 7367 मतदाता हैं। इसी कारण के चलते 2 दिसंबर को पुनर्मतदान की स्थिति बनी है। उौन दक्षिण के रिटर्निंग ऑफिसर शैलेन्द्रसिंह सोलंकी ने रविवार मतदान दलों को सामग्री सहित केन्द्र पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। सोमवार को यहाँ मॉकपोल उपरांत प्रात: 8 बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरु होगी। इसके साथ ही हर दो घंटे में मतदान के प्रतिशत की रिपोर्ट और निर्वाचन आयोग को प्रेषित की जाने तीन स्टे्रटरी रिपोर्ट दोपहर 1 बजे, शाम 7 बजे और 3 दिसंबर को सुबह 7 बजे निर्वाचन आयोग के साथ-साथ जिला निर्वाचन कार्यालय को भेजे जाने के निर्देश दिए हैं। रिटर्निंग अधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि वे मतदान के पूर्व सभी राजनैतिक दलों के प्रत्याशियों एवं प्रतिनिधियों को विधिवत सूचना दें और मतदान संबंधी आवश्यक व्यवस्थाएँ भी सुनिश्चित करें।

कांग्रेस ने डाक मतपत्र कोषालय में रखने पर आपत्ति

शनिवार को कांग्रेस की ओर से डाक मतपत्रों को जिला कोषालय में रखने पर आपत्ति लेने की आपत्ति सामने आई है। कांग्रेस की ओर से जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष इस पर आपत्ति लेते हुए कहा गया है कि डाक मतपत्रों को भी ईवीएम के साथ स्ट्रांग रुम में रखा जाना चाहिए। पूर्ववर्ती चुनाव में डाक मतपत्र की पेटी कोषालय में रखे जाने का पक्ष होने पर कहा गया कि पूर्व में मात्र कुछेक वोट डाकमतपत्र में डलते थे। इस बार हजारों डाकमतपत्र मत पेटी में हैं।

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