अयोध्या राम मंदिर की नींव रखने के बाद पीएम मोदी बोले, यह राष्ट्रीय भावना का प्रतीक
अयोध्या ,05 अगस्त (इ खबर टुडे)। अभिजीत मुहूर्त में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का भूमि पूजन सम्पन्न हो गया। इस तरह 500 साल बाद वो घड़ी आई, जिसकी प्रतीक्षा करोड़ों हिंदुओं को थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या स्थित रामजन्मभूमि परिसर में साधु-सतों की उपस्थिति में भूमि पूजन किया।
मंत्रोच्चार के बीच शिलान्यास हुआ। पूरे अनुष्ठान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संघ प्रमुख मोहन भागवत पूजा में बैठे। इससे पहले पीएम मोदी दिल्ली से लखनऊ होते हुए अयोध्या पहुंचे। पीएम सबसे पहले हनुमान गढ़ी गए। यहां पूजा अर्चना की। इसके बाद रामजन्मभूमि परिसर गए और रामलला को साष्टांग दंडवत किया।
पीएम मोदी देश के पहले ऐसे पीएम हैं, जिन्हें राम लला के दर्शन करने का सौभाग्य मिला है। भूमिपूजन स्थल पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा, संघ प्रमुख मोहन भागवत और योग गुरु बाबा राम देव समेत तमाम संत और मेहमान मौजूद रहे।
भूमि पूजन के बाद पीएम मोदी का संबोधन में कहा, श्रीराम का मंदिर हमारी संस्कृति का आधुनिक प्रतीक बनेगा। हमारी साश्वत आस्था का प्रतीक बनेगा, राष्ट्रीय भावना का प्रतीक बनेगा। ये मंदिर करोड़ों-करोड़ों लोगों की सामूहिक शक्ति का भी प्रतीक बनेगा।
भूमि पूजन के बाद पीएम मोदी का संबोधन में कहा, राम मंदिर के लिए चले आंदोलन में अर्पण भी था ,तर्पण भी था, संघर्ष भी था, संकल्प भी था।
जिनके त्याग, बलिदान और संघर्ष से आज ये स्वप्न साकार हो रहा है, जिनकी तपस्या राममंदिर में नींव की तरह जुड़ी हुई है, मैं उन सबको आज 130 करोड़ देशवासियों की तरफ से नमन करता हूं।
राम हमारे मन में गढ़े हुए हैं, हमारे भीतर घुल-मिल गए हैं। कोई काम करना हो, तो प्रेरणा के लिए हम भगवान राम की ओर ही देखते हैं। भगवान राम की अद्भुत शक्ति देखिए।इमारतें नष्ट कर दी गईं, अस्तित्व मिटाने का प्रयास भी बहुत हुआ, लेकिन राम आज भी हमारे मन में बसे हैं, हमारी संस्कृति का आधार हैं। श्रीराम भारत की मर्यादा हैं, श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं।
भूमि पूजन के बाद पीएम मोदी का संबोधन जारी है। पीएम ने कहा, आज देश में हर्ष का माहौल है। आज श्रीराम का यह जयघोष सिर्फ सिया-राम की धरती में ही नहीं सुनाई दे रहा, इसकी गूंज पूरे विश्व में है। सभी देशवासियों को, विश्व में फैले करोड़ों राम भक्तों को आज के इस सुअवसर पर कोटि-कोटि बधाई। मेरा सौभाग्य है कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मुझे आमंत्रित किया, इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने का अवसर दिया। मैं इसके लिए हृदय पूर्वक श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का आभार व्यक्त करता हूं।