अतिथि शिक्षकों ने किया उपमुख्यमंत्री सिसोदिया के आवास पर प्रदर्शन
नई दिल्ली,09अप्रैल (इ खबरटुडे)।दिल्ली के विभिन्न स्कूलों में पढ़ा रहे अतिथि शिक्षकों ने आज उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। शिक्षकों की मांग है कि उन्हें नियमित किया जाए।
प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों की शिकायत है कि विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी ने अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वादा किया था, लेकिन सरकार बनने के एक साल बाद भी इस दिशा में कुछ नहीं किया गया।
बड़ी संख्या में दिल्ली पुलिस के जवान तैनात
आज सुबह तकरीबन डेढ़ सौ अतिथि शिक्षकों ने उपमुख्यमंत्री के आवास के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में दिल्ली पुलिस के जवान तैनात थे। गौरतलब है कि आप सरकार अतिथि शिक्षकों को नियमित करने के लिए दिल्ली सरकार एक ड्राफ्ट स्कीम लाई है।
दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करके कहा था कि एक और बड़ा वादा पूरा करने की तैयारी, गेस्ट टीचर को परमानेंट करने के लिए ड्राफ्ट पॉलिसी तैयार। सिसोदिया ने इस स्कीम के बारे में पब्लिक से फीडबैक भी मांगा था।ड्राफ्ट के तहत शिक्षकों को नियमित होने के लिए दिल्ली सबऑर्डिनेट स्टाफ सेलेक्शन कमीशन बोर्ड (डीएसएसएसबी) की ओर से एक परीक्षा आयोजित की जाएगी, जिसे पास करना अनिवार्य होगा। शिक्षा निदेशक के मुताबिक, वे सभी अतिथि शिक्षक इस स्कीम के दायरे में आएंगे जो 2014-15 में स्कूलों में पढ़ा रहे हैं।
वहीं, 2012-13, 2013-14 में जिन टीचर्स ने स्कूल में 90 दिन भी पढ़ाया है, उन्हें भी इस स्कीम का लाभ मिल सकेगा। सर्व शिक्षा अभियान में काम कर रहे कॉनट्रैक्ट टीचर्स भी टेस्ट में हिस्सा ले सकेंगे। असिस्टेंट टीचर (प्राइमरी) और ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर्स (TGT) पद के लिए सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीटीईटी) पास होना जरूरी है, जो टीचर्स डीएसएसएसबी के एंट्रेंस को पास कर जाते हैं, उन्हें तुरंत नियमित कर दिया जाएगा।वे शिक्षक जो डीएसएसएसबी एंट्रेंस टेस्ट पास कर जाते हैं, लेकिन उनके पास सीटीईटी की डिग्री नहीं होगी, सरकार उन्हें सीटीईटी पास करने के लिए एक साल का समय देगी। अतिथि शिक्षकों को उम्र में छूट का फायदा भी दिया जाएगा।