स्वास्थ्य और स्वच्छता एक दूसरे के पूरक – डाॅ. सुनिता यार्दे
निगम अध्यक्ष ने दो नये शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों का दिया प्रस्ताव
रतलाम 16 मार्च(इ खबरटुडे)। स्वास्थ्य और स्वच्छता दोनों एक दूसरे के पुरक हैं। स्वच्छता के बिना बेहतर स्वास्थ्य की कल्पना अधूरी है। नगर निगम रतलाम का अमला एवं सभी पार्षद गण रतलाम शहर के विकास के लिये प्रतिबद्ध है और जन सामान्य को सभी आवष्यक सुविधाऐं उपलब्ध कराने में कोई कसर नहीं रखी जायेगी। यह बात शहर की प्रथम नागरिक डाॅ. यार्दे ने शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के उन्नमुखीकरण कार्यक्रम के दौरान कही। महापौर ने बताया कि नगर पालिका निगम द्वारा आवष्यकतानुसार मच्छरों से बचाव के लिये एक नई फाॅगिग मशीन क्रय की जायेगी।
शहरी क्षेत्र के रहवासियों विशेष कर स्लमबस्तियों में स्वास्थ सेवाऐं उपलब्ध कराने के लिये हर सम्भव सहयोग किया जायेगा। कार्यक्रम के दौरान निगम अध्यक्ष अषोक पोरवाल ने कहा कि रतलाम के शहरी क्षेत्र मंे वर्तमान में तीन स्वास्थ्य केन्द्र संचालित है जबकि ढाई लाख से अधिक की जनसंख्या होने के आधार पर रतलाम शहर में दो नये स्वास्थ्य केन्द्र स्थापित किये जाना चाहिए। प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.पंकज शर्मा ने बताया कि रतलाम शहर मंे दो नये शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में ईष्वरनगर एवं गांधी नगर स्लम क्षेत्र के लिये प्रारम्भ करने की स्वीकृति का प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा गया है। स्वीकृति आने के बाद अमलीजामा पहनाया जायेगा। कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष यास्मीन शैरानी ने शासन की योजनाओ ंका लाभ सभी वंचित वर्गो को मिल सके इसके लिये प्रयास किये जाने की आवश्यकता जताई।
शहरी क्षेत्र में वर्तमान में लगभग 76 शहरी आषा कार्यकर्ता कार्यरत है जबकि लगभग सौ आषा कार्यकर्ताओं के चयन की प्रक्रिया की जाना है। पार्षद अनिता कटारा ने शहरी क्षेत्र मंे आषा कार्यकर्ताओं के चयन की आवष्यकता बताई। स्थानीय पार्षदों ने क्षेत्र मंे कार्यरत महिला आरोग्य समिति के सदस्यों के नाम की सूची उपलब्ध कराने की बात रखी। प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने पार्षदगण को उनके क्षेत्र की महिला आरोग्य समिति के सदस्यों की सूची उपलब्ध कराने के लिये मातहतों को निर्देषित किया। इष प्रेम बस्ती के पार्षद राकेष मीणा ने इष प्रेम बस्ती में कुष्ठ रोग संबंधी स्वास्थ गतिविधि के आयोजन की आवष्यकता बतायी। स्थानीय पार्षदों ने अपने क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जनजागरूकता से संबंधित गतिविधियाॅ आयोजित कराने की मांग रखी और इसके लिये सभी आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराने के लिये आष्वस्त किया।
पार्षद मनीषा शर्मा ने बताया कि उनके क्षेत्र में स्थानीय आषा कार्यकर्ता विभागीय गतिविधियों के बारे में सूचना देती है किन्तु जन संख्या के मान से अधिक आषा कार्यकर्ताओं का चयन किया जाना चाहिए। कार्यक्रम में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. जी.आर.गौड़ ने परिवार कल्याण कार्यक्रम, डाॅ. पंकज शर्मा ने पुर्नरीक्षित क्षय नियंत्रण कार्यक्रम, डाॅ. प्रमोद खरे ने कुष्ठ रोग उन्मुलन कार्यक्रम, प्रमोद प्रजापति ने डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया के बारे में, मोहन कछावा आरबीएस के समन्वयक ने मुख्यमंत्री बाल हद्य योजना, मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना आदि के बारे में जानकारी दी। शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम का प्रस्तुतिकरण जिला मीडिया अधिकारी आषीष चैरसिया ने दिया।
उन्होने बताया कि रतलाम जिले मंे अब तक राज्य बिमारी सहायता निधी में दो सौ प्रकरण स्वीकृत किये जाकर एक करोड़ नब्बे लाख से अधिक की सहायता राषि स्वीकृत कर दी गई। वही मुख्यमंत्री बाल हद्य उपचार योजना में 35 बच्चों के हद्य की सर्जरी कराई जाकर 37 लाख रूपये की राषि एवं मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना में चार बच्चांे को काकलियर एम्प्लांट कराकर 26 लाख रूपये की सहायता राषि स्वीकृत कर संबंधी अस्पतालों को भेजी गई है। क्षेत्र के स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं पार्षदगणों के द्वारा पहल कर योजनाआंे में सहभागिता के परिणाम स्वरूप आषातीत लाभ मिला है।