यूथ कांग्रेस नेता ने सरेआम काटी गाय, पार्टी ने किया सस्पेंड
चेन्नई, 29 मई (इ खबरटुडे)। पशु बाजारों में हत्या के लिए मवेशियों की खरीद-फरोख्त पर केंद्र की पाबंदी केरल में बड़ा सियासी मुद्दा बन गई है. राज्य में इसके खिलाफ कई जगहों पर बीफ पार्टियां आयोजित हुई हैं. ऐसे ही एक आयोजन को लेकर कांग्रेस सवालों के घेरे में है. अब आईआईटी मद्रास में भी ऐसे ही कार्यक्रम की खबर है.
विरोध में उतरे IIT छात्र
रविवार की शाम केंद्र सरकार के फैसले का विरोध करने के लिए IIT मद्रास के कैंपस में ‘बीफ फेस्ट’ का आयोजन किया गया. जानकारी के मुताबिक फेस्ट का आयोजन कैंपस के ही कुछ छात्रों ने किया था और इसके करीब 80 छात्र शरीक हुए.
कांग्रेस ने आरोपी को पार्टी से पार्टी से निकाला
वहीं केरल यूथ कांग्रेस पर सरेआम गाय काटने के आरोपों को लेकर पार्टी बैकफुट पर है. कांग्रेस ने इस मामले में आरोप यूथ कांग्रेस के नेता रिजिल मकूती को सस्पेंड कर दिया है. इससे पहले पार्टी ने कहा था कि मामले की जांच के बाद अगर किसी कार्यकर्ता या नेता को गाय के खिलाफ क्रूरता का दोषी पाया गया तो कड़ी कार्रवाई होगी.
कार्यकर्ताओं पर गिरी थी गाज
इससे पहले मामले ने तूल पकड़ा तो कांग्रेस ने आरोपियों से किनारा करने मे देर नहीं लगाया. पार्टी उपाध्यक्ष ने खुद ट्विटर पर घटना की निंदा की. इसी सिलसिले में 2 कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर का रस्ता दिखा दिया गया था. केरल पुलिस ने कांग्रेस वर्कर रिजिल मुकुलटी और उनके सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
बीजेपी ने सार्वजनिक किया था वीडियो
शनिवार की रात केरल बीजेपी अध्यक्ष राजशेखरन ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया, जिसमें कुछ लोग सरेआम एक गाय काटते हुए और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारा लगाते हुए दिख रहे हैं. इस वीडियो में यह भी दिख रहा है कि कुछ लोगों के हाथ में यूथ कांग्रेस का झंडा है. वीडियो पोस्ट करते हुए राजशेखरन ने आरोप लगाया है कि राज्य में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सरेआम एक गाय की हत्या की है. इसके बाद यह वीडियो वायरल हो गया.
मुख्यमंत्री ने लिखी थी चिट्ठी
केरल में इस मामले पर सियासी रंग मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के बयान के बाद चढ़ा. उन्होंने केंद्र के फैसले को संघीय ढांचे की भावना के खिलाफ बताया था और आरोप लगाया था कि इससे लाखों लोगों की रोजी-रोटी पर असर पड़ेगा. विजयन ने इस सिलसिले में पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी थी. खत में विजयन ने प्रधानमंत्री से इस मामले में दखल देने की अपील की थी. विजयन ने कहा कि केरल में आबादी का बड़ा हिस्सा मांसाहारी है और देश के दक्षिणी और पूर्वोत्तर राज्यों में भी यही स्थिति है. विजयन ने लिखा, ‘यहां तक असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, जम्मू एवं कश्मीर, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में भी शाकाहारियों की अपेक्षा मांसाहारियों की संख्या अधिक है.’