मिट्टी में दबा मजदूर, ऊपर से चल गया रोलर, रात भर जमीन में दबी रही लाश
छिंदवाड़ा,10 मार्च(इ खबरटुडे)।माचागोरा डेम की जमीन में गुरूवार को मजदूर का शव दबा मिला। शव की हालत देखकर लग रहा है कि उसके शव के ऊपर रोड रोलर भी चल गया। जमीन में मजदूर के दबे होने की सूचना मिलने के 9 घंटे बाद लाश निकाली जा सकी।
यानी गुरूवार की सुबह आठ बजे ही मजदूर का शव दबे होने की जानकारी मिल गई थी, लेकिन कांग्रेस व अन्य संगठनों के लोगों ने कंपनी के ठेकेदार पर हत्या का केस दर्ज करने और मृतक के परिजन को मुआवजा दिलाने के लिए हंगामा शुरू कर दिया।
किसान संघर्ष समिति के पदाधिकारी सहित सैकड़ो ग्रामीण पहुंच गए
शाम करीब पांच बजे शव निकाला जा सका। चौरई पुलिस के अनुसार थाना क्षेत्र में आने वाले बाम्हनवाड़ा निवासी जयराम पिता बुद्धू उईके (22) साल माचागोरा डेम में पिछले कुछ सालों से मजदूरी का काम कर रहा है। इसका शव गुरूवार की सुबह डेम में कुछ मजदूर साथियों ने जमीन के अंदर गड़ा हुआ देखा। इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी गई। सूचना पर पुलिस मौैके पर पहुंची ही थी कि थोड़ी ही देर बाद किसान संघर्ष समिति के पदाधिकारी सहित सैकड़ो ग्रामीण भी पहुंच गए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि डेम के ठेकेदार ने मजदूर जयराम की हत्या कर शव डेम की जमीन के अंदर गाड़ दिया।
ठेकेदार के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया जाए-ग्रामीण
इस मामले में ठेकेदार के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया जाए। ग्रामीणों ने यह भी मांग रखी कि मृतक जयराम के परिजन को हर्जाने के रूप में 10 लाख स्र्पए दिए जाएं। हंगामा कर रहे लोगों को एडीएम आलोक श्रीवास्तव, एएसपी राजेश कुमार त्रिपाठी ने समझाया। अफसरों ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया तो ग्रामीण मान गए और जयराम के शव को जमीन से निकाला गया। जमीन से शव निकालने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। जहां डाक्टरों की टीम नेशव का पीएम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। हालांकि इस मामले में पुलिस ने मर्ग कायम किया और जांच शुरू कर दी। इस मामले में एफएसएल अधिकारी पी मनोठिया सहित अन्य जानकारों ने भी जांच की।
10 लाख की मांग, कंपनी देगी 5 लाख का हर्जाना
मजदूर जयराम की मौत के बाद ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए 10 लाख स्र्पए की मांग की थी। मांग के चलते आन्ध्रप्रदेश की मेंटेना कंपनी के अधिकारियों ने जयराम के परिजन को 5 लाख स्र्पए की राशि देने की घोषणा की। इसके अलावा प्रशासनिक मदद भी दी जाएगी।
करीब दो फीट जमीन में गड़ा था मजदूर का शव-
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो मजदूर जयराम का शव जमीन में करीब 2 फीट गड़ा था। इस कारण जयराम का बायां हाथ जमीन से निकला था। इस कारण वह लोगों को दिखाई दे गया।
मजदूर की मौत पर सियासत-
ग्रामीण एवं किसान संघर्ष समिति की अधिवक्ता आराधना भार्गव ने प्रदर्शन के दौरान कई मांगें कर डाली। मजदूर की मौत पर सियासत ऐसी चली कि प्रशासन को मजदूर का शव जमीन से निकालने में 9 घंटे लग गए।