December 25, 2024

प्रियंका चतुर्वेदी ने छोड़ा कांग्रेस का साथ, पत्र लिखकर कहा- ‘पार्टी में मेरे लिए नहीं बचा था सम्मान’

priyanka chaturvedi

नई दिल्ली,19 अप्रैल (इ खबर टुडे)। कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी की पार्टी से नाराजगी की खबरों के बीच अब उनके पार्टी छोड़ दी है। मथुरा में हुई घटना के विरोध में प्रियंका ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लिखे पत्र में उन्होंने पार्टी में मिली जिम्मेदारियों के लिए शुक्रिया अदा करने के साथ यह भी लिखा कि पिछले कुछ वक्त से उनके काम की पार्टी को कद्र नहीं रही। शिवसेना सांसद संजय राउत ने उनके शिवसेना में शामिल होने की पुष्टि की है।शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज शाम ही प्रेस कॉन्फ्रेंस भी बुलाई है। ट्विटर पर भी उन्होंने मथुरा घटना को लेकर खुलकर अपनी नाखुशी जाहिर की थी। प्रियंका ने अपने ट्विटर हैंडल से भी बायो इंट्रो में से कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद को परिचय से हटा लिया है।

पत्र लिखकर पार्टी छोड़ी, कहा-‘अब पार्टी में मेरे काम की कद्र नहीं’
कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र में उन्होंने लिखा कि पार्टी की विचारधारा और राहुल गांधी के सबको साथ लेकर चलने कि विचार ने उन्हें प्रभावित किया था और इसलिए 10 साल पहले वह पार्टी में शामिल हुईं। प्रियंका ने लिखा, ‘मैं बहुत भरे दिल के साथ आज पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे रही हूं। पिछले 10 सालों में पार्टी की तरफ से मुझे कई जिम्मेदारी मिली और निजी स्तर पर मैंने बहुत कुछ सीखा। हालांकि, कुछ समय से ऐसा लग रहा था कि पार्टी में मेरे काम की अब कोई कद्र नहीं रही है। मुझे ऐसा लगने लगा कि संगठन के लिए मैं जितना वक्त और बिताऊंगी वह मेरे सम्मान और गरिमा से समझौता होगा।’

महिलाओं के सम्मान की बात कही जाती, लेकिन उसके लिए किया कुछ नहीं जाता
प्रियंका ने पार्टी में महिलाओं के सम्मान की बात को लेकर काम नहीं किए जाने का हवाला देते हुए कहा, ‘पार्टी महिला सशक्तीकरण और महिलाओं के अधिकार की वकालत करती है, लेकिन यह यह देखना दुखद है कि पार्टी ने उस विचारधारा पर काम नहीं किया। मथुरा में पार्टी के कार्यक्रम में हुए दुर्व्यवहार के बाद भी मेरे सम्मान के लिए पर्याप्त कार्रवाई नहीं की गई। यह मेरे लिए आखिरी घंटी थी कि अब वक्त आ गया है कि मुझे कांग्रेस से बाहर निकलकर दूसरे क्षेत्रों पर अपना फोकस बढ़ाना चाहिए।’ प्रियंका ने इस्तीफे के पत्र में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिले समर्थन और प्यार के लिए आभार भी जताया।

बता दें कि मथुरा में कांग्रेस पार्टी के ही कुछ कार्यकर्ताओं ने प्रियंका चतुर्वेदी से दुर्व्यवहार किया था। हालांकि, उन्हें अपने व्यवहार पर खेद जताने के बाद पार्टी में फिर वापस ले लिया गया। प्रियंका ने इस पर नाराजगी जताते हुए ट्वीट किया था कि कांग्रेस के लिए अपना खून-पसीना एक करनेवालों के स्थान पर कुछ लंपट आचरण करनेवालों को तरजीह मिल रही है।

टिकट नहीं मिलने से थीं नाराज?
मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जा रहा है कि मथुरा घटना के कारण पार्टी छोड़ने से पहले से ही प्रियंका कुछ कारणों से पार्टी से नाराज चल रही थीं। मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि प्रियंका मुखरता से पार्टी का पक्ष लेती थीं और उन्हें इस चुनाव में टिकट मिलने की उम्मीद थी। हालांकि, टिकट नहीं मिलने के कारण उन्होंने नाराजगी में पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।

कांग्रेस की मुखर प्रवक्ता के तौर पर प्रियंका ने बनाई पहचान
मोदी सरकार की सत्ता में आने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता के तौर पर प्रियंका चतुर्वेदी ने अलग पहचान बनाई। वह मीडिया चैनलों पर और सार्वजनिक मंचों पर बीजेपी और मोदी सरकार के खिलाफ पार्टी का मुखर चेहरा बनकर उभरी थीं। कांग्रेस में उन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता का पद भी दिया गया। कई बार उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष के साथ भी मंच साझा किया। हाल ही में वह स्मृति इरानी के हलफनामे में डिग्री विवाद पर ताना कसते हुए उनके लोकप्रिय सीरियल का गाना गाया था, जिसकी सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हुई। मूल रूप से मुंबई की रहनेवाली प्रियंका अब शिवसेना का दामन थाम सकती हैं।

You may have missed

Here can be your custom HTML or Shortcode

This will close in 20 seconds