दो और दो पॉच नहीं, दो और तीन पॉच की नीति पर काम किया जायेगा – कलेक्टर
ग्राम मुड़लाकला एवं ग्राम झालवा से ऑपरेशन प्राणवायु अंतर्गत पौध रोपण कार्य प्रारम्भ
रतलाम 16 जुलाई (इ खबरटुडे)।कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने ग्राम मुड़लाकला तहसील आलोट में विधायक जितेन्द्र गेहलोत की उपस्थिति में ऑपरेशन प्राणवायु अंतर्गत पौधा रोपण कर कार्य प्रारम्भ किया। इसी प्रकार ग्राम झालवा तहसील जावरा में विधायक डॉ. राजेन्द्र पांडे की उपस्थिति में ऑपरेशन प्राणवायु अंतर्गत पौधरोपण का कार्य किया गया।
पौधा रोपण करने के पश्चात इन पौधों को बड़ा करने की जिम्मेदारी के लिये पौध रक्षक की नियुक्ति
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने कहा कि वृक्षारोपण का कार्य हम लम्बे समय से करते आ रहे है किन्तु इस अभियान में इस बात पर बल दिया जा रहा है कि जो पौधा रोपण किया जाये उसकी उत्तरजीविता शतप्रतिशत सुनिश्चित हो सकें। उन्होने कहा कि लगाये जाने वाले पौधों की क्वालिटी में किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जायेगा। अच्छी क्वालिटी के पौधे यदि मध्यप्रदेश में न मिल सके तो बाहर के राज्यों से मंगाये जायेगे। इस प्रकार लगाये जाने वाले पौधे के लिये प्रेक्षक भी नियुक्त किये गये है। ये प्रेक्षक लगाये जाने वाले पौधे सही पद्धति से लगाया जाना सुनिश्चित करेगे। यदि पौधे गलत पद्धति से लगाना पाया जाता हैं तो पौधों को उखड़वाकर पुनः पौधा रोपण कराया जायेगा। पद्धति के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होने कहा कि पौधे के लिये खोदे जाने वाला गढ्ड़ा 1ग1ग1 मीटर गहरा एवं चौड़ा होना अनिवार्य है। इसके पश्चात गढ्डे में डाले जाने वाली मिट्टी, खाद और उर्वरक युक्त होकर विशेष गुणवत्ता वाली होगी। इस प्रकार अच्छी क्वालिटी के पौधे उचित आकार का गढ्डा एवं गुणवत्ता युक्त मिट्टी का उपयोग कर पौधारोपण किया जायेगा। पौधा रोपण करने के पश्चात इन पौधों को बड़ा करने की जिम्मेदारी के लिये पौध रक्षक की नियुक्ति की गई है। इस प्रकार पौधों की मात्रा के बजाय उसकी गुणवत्ता पर ध्यान केन्द्रीत कर वृक्षारोपण कार्य किया जायेगा। इस प्रकार दो और दो पॉच के बजाय दो और तीन पॉच की सही नीति पर कार्य किया जायेगा।
ग्राम मुण्डलाकला में वृक्षारोपण का कार्य बनेगा आदर्श – विधायक जितेन्द्र गेहलोत
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विधायक जितेन्द्र गेहलोत ने कहा कि ग्रामीणजन अधिक से अधिक संख्या में नंदन फलोद्यान हेतु आवेदन करें। शासन की ओर से निजी भूमि पर बगीचा लगाने हेतु विशेष प्रोत्साहन दिये जा रहे है जिसका सभी ग्रामवासियों को लाभ लेना चाहिए। उन्होने कहा कि ग्रामवासी अपने घर पुत्र या पुत्री का जन्म होने पर पॉच पौधे अपनी ओर से दान कर लगाये एवं इनका अपनी संतान की तरह पालन कर वृक्ष का रूप दे। उन्होने कहा कि किसी की मृत्यु होने पर शांति वन में पॉच पौधे लगाये जा सकते है। मनुष्य के जन्म से लेकर मृत्यु तक वृक्ष काम आते है। कार्य की शुरूआत आज ग्राम मुण्डलाकला से हुई है। यह कार्य आगे बढ़कर काफीले का रूप लेगा। इसके लिये सभी ग्रामवासियों को पौधा रोपण कर आदर्श स्थापित किये जाने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम मंे जनपद अध्यक्ष कालुसिंह परिहार, सरपंच कसारीबाई पाटीदार, राजाराम पाटीदार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत आलोट, पुलिस अधीक्षक अविनाश शर्मा आदि उपस्थित थे।
रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून – विधायक डॉ. राजेन्द्र पांडे
प्राणवायु अभियान अंतर्गत ग्राम झालवा तहसील जावरा में शुभारम्भ कार्यक्रम के दौरान विधायक राजेन्द्र पांडे ने कहा कि हमारी मालव माटी में पग-पग रोटी, डग-डग नीर का महत्व रहा है। इस प्रकार शुद्ध वायु और शुद्ध जल हमें मिल सके इसके लिये हम सब को प्रयास करना होगा। राजस्थान जैसे राज्य में जहां पहले रेत ही रेत नजर आती थी वहा के निवासियों ने प्रयास कर राज्य को हरियाली और पानी से सम्पन्न बनाया है। स्वच्छ वायु और स्वच्छ पेयजल हमें वृक्षों के माध्यम से ही मिल पाती है। इस दृष्टि से सभी ग्रामवासियों को पौधा रोपण करने हेतु संकल्प लेना होगा एवं सभी ग्रामवासियों को एक-एक पौधा प्रति ग्रामवासी बड़ा करने की जिम्मेदारी निभाना होगी। सभी ग्रामों में सड़क के दोनों और पौधा रोपण किया जाये और इस कार्य को सभी ग्रामवासी मिलजूल कर पूरा करें। इसके लिये सरकार की ओर से सभी प्रकार की सम्भव सहायता उपलब्ध कराई जायेगी। पूरे ग्राम में वृक्षारोपण कर झालावा की झंकार पूरे मध्यप्रदेश में दिखाई दे। इसके लिये आव्हान किया गया।
कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसानों से बेहतर पौधों का महत्व कोई नहीं जानता किन्तु फिर भी विगत सौ वर्षो मंे जल स्तर निचे गिर रहा है। जिसके परिणाम स्वरूप सुखे जैसे स्थिति निर्मित होती है। इन सब समस्याओं का समाधान हमारे अपने पास पौधारोपण के रूप में उपलब्ध है। पेड़ों के बिना जीवन अकल्पनीय है। जीवन के सभी संस्कारों में वृक्ष अपनी भूमिका निभाते है। पौधों की सुरक्षा और सिंचाई की पूरी जिम्मेदारी ग्रामवासियों की होगी। प्रत्येक पंचायत में आने वाले ग्रामों में आने वाली सड़क के दोनों और पौधा रोपण किया जायेगा। इस प्रकार सभी ग्राम पंचायतें अपनी परिधि में आने वाली सड़क के दोनों और पौधा रोपण करेगी। उन्होने डिंडोरी जिले का उदाहरण देते हुए कहा कि जबलपुर अमरकंठक मार्ग से आगे लगभग 145 किलोमीटर के क्षेत्रफल में दोनों और वृक्ष लगे है और इन वृक्षों की सुंदरता देखते ही बनती है। इस प्रकार का वृक्षारोपण यदि रतलाम जिले में सफल होगा तो रतलाम जिला एक आदर्श के रूप में स्थापित होकर खूबसुरती का नायाब उदाहरण बन सकता है। ऑपरेशन प्राणवायु अंतर्गत चार प्रकार से पौधा रोपण कार्य किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत सड़कों के दोनों ओर, नंदन फलोद्यान, शासकीय परिसरों के अंदर एवं शासकीय रिक्त पड़ी जमीन पर पौधारोपण किया जा रहा है। इसमें ग्राम पंचायतों के साथ ही वन विभाग की भी भूमिका सुनिश्चित की गई है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जनपद अध्यक्ष जावरा ने कहा कि पौधा रोपण से बंजर भूमि खत्म होकर पर्यावरण स्वच्छ होता है। पर्यावरण की स्वच्छता एवं वनों की अधिकता से वर्षा के लिये अनुकूल दशाऐं बनती है। इससे मानसून अच्छा रहता है। कार्यक्रम में संचालक अशोकसिंह सोलंकी, सरपंच प्रयागदास बैरागी, एसडीएम अनूपसिंह, पुलिस अधीक्षक अविनाश शर्मा तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।