जन संख्या स्थिरता माह 11 जुलाई से 11 अगस्त तक
नई लहर, नया विश्वास, सम्पूर्ण जिम्मेदारी से परिवार विकास – डॉ. प्रभाकर ननावरे
रतलाम 05 जुलाई(इ खबरटुडे)। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि जन संख्या स्थिरता माह का शुभारम्भ विश्व जन संख्या दिवस 11 जुलाई को रैली निकालकर किया जायेगा। 26 जून से 10 जुलाई तक दम्पत्ति सम्पर्क पखवाड़े के दौरान मैदानी कार्यकर्ताओं के द्वारा घर-घर जाकर दम्पत्तियों केा परिवार नियोजन की विधियॉ अपनाने का परामर्श दिया जा रहा है। दिनांक 11 जुलाई से 11 अगस्त के मध्य सेवा प्रदायगी का कार्य किया जायेगा। माह के दौरान परिवार विकास मेलों के आयोजन कर इच्छुक दम्पत्तियों को उनकी इच्छानुसार परिवार कल्याण के साधन अपनाने एवं परिवार कल्याण ऑपरेशन आदि की गतिविधियॉ सम्पादित की जायेगी।
परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत रतलाम रतलाम जिला सकल प्रजनन दर तीन से अधिक होने के कारण मिशन परिवार विकास के अंतर्गत सम्मिलित है। नवविवाहित दम्पत्तियों को अस्थायी साधन जैसे निरोध, ओरल पिल्स तथा एक बच्चे वाले दम्पत्तियों को कापर्टी/पीपीआईयूसीडी तथा दो या अधिक बच्चे वाले दम्पत्तियों को परिवार कल्याण के स्थायी साधन अपनाने के लिये प्रेरित किया जायेगा तथा सेवा प्रदान की जायेगी। सरकार द्वारा परिवार कल्याण के स्थायी साधन के रूप में प्रसव के सात दिवस के भीतर ऑपरेशन कराने वाली महिला को तीन हजार रूपये की क्षतिपूर्ति राशि एवं प्रेरक को चार सौ रूपये, पुरूष परिवार कल्याण ऑपरेशन कराने वाले हितग्राही को तीन हजार रूपये एवं प्रेरक को चार सौ रूपये की क्षतिपूर्ति राशि तथा महिला परिवार कल्याण ऑपरेशन(एलटीटी) कराने वाली महिला को दो हजार रूपये एवं प्रेरक को तीन सौ रूपये की क्षतिपूर्ति राशि प्रदान की जाती है।
उल्लेखनीय हैं कि लाड़ली लक्ष्मी योजना के हित लाभ के लिये परिवार कल्याण भी एक आवश्यक मानक है। मिशन परिवार विकास के अंतर्गत मुख्य रूप से दो बच्चों के बीच जन्म में अंतर रखने की विधियों पर विशेष बल दिया जा रहा है। जन संख्या स्थिरता के लिये ‘‘जोड़ी जिम्मेदार जो प्लान करे परिवार’’ एवं ‘‘जिम्मेदारी निभाओं प्लान बनाओं’’ का नारा दिया गया है। उल्लेखनीय हैं कि लड़की की 18 वर्ष एवं लड़के की 21 वर्ष आयु के बाद विवाह करने पर जन संख्या नियंत्रण होता ही हैं इसके साथ-साथ मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर में भी कमी आती है।