चुनाव खत्म, अब कभी भी मंजूर हो सकता है मंत्री ओमप्रकाश राजभर का इस्तीफा
नई दिल्ली,20मई (इ खबरटुडे)। लोकसभा चुनाव खत्म होते ही अब बीजेपी और सुहेलदेव भारतीय समज पार्टी (सुभासपा) का नाता पूरी तरह से ख़त्म हो जाएगा. सुभासपा अध्यक्ष और योगी सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर का इस्तीफा सोमवार या मंगलवार तक मंजूर हो सकता है. बीजेपी और योगी सरकार ने राजभर से अलग होने का मन पूरी तरह से बना लिया है.
दरअसल पूरी रार लोकसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर शुरू हुई थी. राजभर बीजेपी से दो सीटें मांग रहे थे. बीजेपी ने उन्हें घोसी लोकसभा सीट से उनके बेटे अरविंद राजभर को अपने टिकट पर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था. इस ऑफर को राजभर ने यह कहकर ठुकरा दिया था कि बीजेपी उनकी पार्टी का अस्तित्व ही खत्म करना चाहती है. इसके बाद 13 अप्रैल को राजभर ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दिया. इसके बाद राजभर ने बीजेपी के खिलाफ 39 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए. इतना ही नहीं जहां-जहां उसके उम्मीदवार का पर्चा खारिज हुआ वहां उन्होंने गठबंधन और कांग्रेस प्रत्याशी को समर्थन दे दिया.
डेढ़ महीने तक चले लोकसभा चुनाव के दौरान राजभर लगातार बीजेपी पर हमलावर रहे. इतना ही नहीं उन्होंने यह भा कहा कि अब उनका बीजेपी से कोई रिश्ता नहीं है और उन्होंने अपना इस्तीफा सौंप दिया है, लेकिन सरकार उसे स्वीकार नहीं कर रही है. इतना ही नहीं राजभर ने चुनाव आयोग से यह शिकायत भी की कि बीजेपी उनकी तस्वीर का उपयोग चुनावी लाभ पाने में कर रही है. उधर एक रणनीति के तहत बीजेपी ने राजभर के हमलों पर कभी कोई तीखी प्रतिक्रिया नहीं दी.
लेकिन अब लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद बीजेपी संगठन और सरकार ने राजभर का इस्तीफा मंजूर करने का मन बना लिया है. बीजेपी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि सोमवार या मंगलवार तक राजभर का इस्तीफा मंजूर किया जा सकता है.