November 25, 2024

गरीब हमारा भगवान है और उसकी सेवा परम धर्म – राज्यमंत्री श्री ऊँ टवाल

ग्राम असावती में कन्यादान योजना में 81जोड़े विवाह बंधन में बंधे

रतलाम 22 अप्रैल (इ खबरटुडे)। प्रदेश के नगरीय प्रशासन एवं विकास राज्यमंत्री मनोहर ऊँ टवाल ने कहा है कि गरीब हमारा भगवान है और उसकी सेवा हमारे लिए परम धर्म है। इस चिंतन को मध्यप्रदेश सरकार ने मन,वचन और कर्म से अंगीकार किया है।  श्री ऊँ टवाल रविवार को जिले की जावरा तहसील के ग्राम असावती में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में बोल रहे थे। उन्हाेंने कहा कि प्रदेश सरकार की प्रत्येक योजना के केन्द्र में समाज के आखिरी छोर पर ख़डे व्यक्ति के उत्थान की चिंता है। यह सरकार गरीबाें की वास्तव में सेवा करने का इरादा रखती है और सरकार का हर कदम इस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में उठाया जाता है कि निर्धनतम् व्यक्ति का उत्थान किया जा सके। श्री ऊँ टवाल ने बुजुर्गों को तीर्थ स्थलाें की यात्रा कराने के सरकार के निर्णय का भी उल्लेख किया जिसके तहत इस वर्ष करीब एक लाख बुजुर्गों को तीर्थों का भ्रमण कराने की योजना है। 

नगरीय प्रशासन एवं विकास राज्यमंत्री श्री ऊँ टवाल ने कन्यादान योजना में विवाह-सूत्र में बंधे वर-वधू को शुभकामनाएं दीं। उन्हाेंने आशा व्यक्त की कि वे सुख-शांति और समृध्दि से भरा जीवन व्यतीत करेंगे। राज्यमंत्री श्री ऊँ टवाल ने ग्रामीणाें की मांग को देखते हुए ग्राम असावती में हायर सेकेण्डरी स्कूल इसी सत्र से खोले जाने की घोषणा की। इस अवसर पर राज्यसभा सदस्य श्री रघुनदंन शर्मा ने नव विवाहित युगलाें से अपेक्षा की कि वे अपने माता-पिता की ईमानदारी से सेवा करेंगे। उन्हाेंने कहा कि विवाह के बाद सास-ससुर ही वधू के माता-पिता होते हैं। श्री शर्मा ने कहा कि नवयुगलाें को जमाने के असर से बचते हुए संयुक्त परिवार को जोड़े रखने के लिए प्रतिबध्द रहना चाहिए। उन्हाेंने कहा कि नव विवाहित दम्पत्ति यही सीख लेकर अपने घर जाएं कि आने वाले वर्षों में वे माता-पिता की मन-प्राण से सेवा करेंगे। श्री शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री की तमाम योजनाएं गांव,गरीब और किसान की बेहतरी के संकल्प से अनुप्राणित हैं।

जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनीता राजमल जैन ने कहा कि निर्धन परिवाराें में माता-पिता को बेटी के बडे होते ही उसके विवाह की चिंता सताने लगती है। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के माध्यम से विवाह कराने पर निर्धन परिवाराें को काफी मदद मिलती है। उन्हाेंने लाडली लक्ष्मी योजना और बेटी बचाओ अभियान का जि करते हुए कहा कि बेटियाें के हित में राज्य सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। श्रीमती जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री एक साधारण परिवार की समस्याआें को जानते-समझते हैैं इसीलिए उन्हाेंने ऐसे परिवाराें की तकलीफें दूर करने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं। पूर्व विधायक डा.राजेन्द्र पाण्डे ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रारंभ की गई कन्यादान योजना को आम जनता का आशीर्वाद मिलने पर अन्य प्रदेशाें ने भी इस योजना को लागू करने की दिशा में पहल की है। इसी प्रकार लाड़ली लक्ष्मी योजना को भी सारे देश में सराहा गया है। डा. पाण्डे ने कहा कि भारतीय संस्कृति में नारी को सदैव उच्च स्थान प्राप्त रहा है। जल के लिए गंगा,धन के लिए लक्ष्मी,विद्या के लिए सरस्वती और अन्न के लिए अन्नपूर्णा की पूजा अनादिकाल से इस देश की संस्कृति का हिस्सा रही है।

जनपद अध्यक्ष श्रीमती नमिता शाकल्य ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में मध्यप्रदेश विकास की ओर अद्भुत गति से दौड़ रहा है। इस दौरान शहरी इलाकाें में ही नहीं ग्रामीण क्षेत्राें में भी विकास के लिए सरकार के प्रयासाें का यथेष्ट प्रभाव दिखाई दिया है। उन्हाेंने नागरिकाें से अपेक्षा की कि वे जनहितकारी योजनाआें के यिान्वयन पर नजदीकी नजर रखे और किसी भी प्रकार की ग़डबडी महसूस होने पर जनप्रतिनिधियाें को अवगत कराएं। श्रीमती शाकल्य ने कहा कि सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि वे बेटे और बेटी को बिना किसी पूर्वाग्रह के समान रूप से पालेंगे। उन्हाेंने कहा कि साहित्य,राजनीति व विज्ञान जैसे क्षेत्राें में बेटियां अग्रणी स्थान पर रही हैं और उन्हाेंने देश-विदेश में प्रतिष्ठा अर्जित की है। श्रीमती शाकल्य ने सामूहिक विवाह कार्यम में 81 जोड़ाें के विवाह के लिए जनप्रतिनिधियाें और अधिकारियाें के प्रयासाें की सराहना करते हुए यह संकल्प व्यक्त किया कि जल्दी ही जावरा जनपद द्वारा ऐसे ही आयोजन में 201 जोड़ाें का विवाह संपन्न कराया जाएगा।

जावरा नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती निर्मला हाडा ने कहा कि मुख्यमंत्री की योजनाआें के चलते अब बेटी पैदा होने पर परिवार मायूस नहीं होता। पहले की स्थिति में नि:संदेह बदलाव आया है। मुख्यमंत्री ने बेटी के जन्म से लेकर उसके जीवन के हर चरण में मददगार योजनाएं लागू की हैं। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष प्रकाश मेहरा ने भी आम आदमी के हिताें की चिंता के लिए मुख्यमंत्री की प्रशंसा की।उन्हाेंने कहा कि प्रदेश में बडी संख्या में लागू की गई जनहितैषी योजनाआें के सकारात्मक परिणाम भी नजर आने लगे हैैं। इस मौके पर मध्यप्रदेश गौसेवा आयोग के सदस्य प्रहलाद पोरवाल तथा निहालचंद मालवीय ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

कार्यम के आरंभ में ग्राम के सरपंच श्रीमती धनगर ने अतिथियाें का स्वागत किया। श्री नागूलाल ने स्वागत भाषण दिया। सामूहिक विवाह कार्यम में 81 जोड़े परिणय-सूत्र में बंधे। इनमें 11मुस्लिम जोड़े भी शामिल थे। मुख्य अतिथि श्री ऊँटवाल तथा अन्य अतिथियाें ने मण्डप में पहुंचकर नवविवाहित युगलाें को सुखी दाम्पत्य जीवन का आशीर्वाद दिया।

कार्यम में जिला पंचायत सदस्य श्रीमती भावना कुंवर डोडिया, उमाकांत भार्गव,अन्त्योदय समिति सदस्य डा.दिलीप शाकल्य व जनपद सदस्य दशरथसिंह भाटी एवं अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे। कार्यम का संचालन लोकेश शर्मा ने किया। समापन के अवसर पर सीईओ जनपद पंचायत ए.के.जैन ने अतिथियाें के प्रति आभार ज्ञापित किया।

उप स्वास्थ्य केन्द्र का लोकार्पण

        प्रदेश के नगरीय प्रशासन एवं विकास राज्यमंत्री मनोहर ऊँ टवाल ने रविवार शाम को ग्राम असावती में 8 लाख रूपए की लागत से निर्मित उप स्वास्थ्य केन्द्र भवन का लोकार्पण किया। साथ ही सिंचाई तालाब के निर्माण कार्य का भी शिलान्यास किया।

 

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