खबर का असर -अब आम लोगों की पंहुच में तरण ताल की सौगात
स्विमिंग पुल की अव्यवस्था और बदहाली को लेकर इ खबरटुडे की पहल का असर
रतलाम,24 अप्रैल (इ खबरटुडे)।नगर निगम के स्वीमिंग पूल में तैरने के लिए अब 1घंटे के 60 रूपये के बजाय 10 रूपये ही शुल्क लगेगा। महिला और बच्चो से सिर्फ 5 रूपये लिए जाएंगे। एमआईसी की बैठक में यह निर्णय हुआ। नई दरे आज से लागू हो गई है । उल्लेखनीय है कि नगर निगम द्वारा स्विमिंग पुल का शुल्क बीस रु. से बढाकर सीधे साठ रु. कर दिया गया था । शुल्क में दो सौ प्रतिशत की वृध्दि के बावजूद स्विमिंग पुल में सुविधाएं नदारद था । यह शुल्क इतना अधिक था कि मध्यमवर्गीय परिवारों के लोग इसका उपयोग कर ही नहीं सकते। स्विमिंग पुल की अव्यवस्था और बदहाली को लेकर इ खबरटुडे की वेब साइड पर इस मामले को प्रकाशित किया गया जिसके बाद आज पुनः तरण ताल की सौगात आम लोगों की पंहुच में है।
राज्य शासन ने ढाई करोड रु. खर्च कर शहर को तरण ताल की सौगात दी थी,लेकिन महापौर की हठधर्मिता के चलते यह सौगात आम लोगों की पंहुच से बाहर हो गई था। शहर के बच्चों के लिए बना स्विमिंग पुल उनकी पंहुच से बाहर था । जनप्रतिनिधि,एमआईसी मेम्बर,और आम लोग सभी चाहते थे कि दरें कम हो,लेकिन नगर निगम के नेता सुनने को राजी नहीं थे ।गर्मी की छुट्टियों में तैराकी का सबसे ज्यादा आनन्द बच्चे लेते है,लेकिन शुल्क वृध्दि के चलते शहर के हजारों बच्चे शासन द्वारा दी गई सौगात का लुत्फ उठाने से वंचित किए जा रहे थे।
एमआईसी सदस्य भी थे नाराज
सामान्य लोग और जनप्रतिनिधि ही नहीं,महापौर परिषद के सदस्य भी इस शुल्क वृध्दि से नाराज थे । नगर निगम में नेता पक्ष भाजपा के वरिष्ठ पार्षद और एमआईसी सदस्य प्रेम उपाध्याय का कहना था कि रतलाम में जो स्विमिंग पुल बनाया गया है,वह अन्तर्राष्ट्रिय मापदण्डों के अनुरुप नहीं है। यहां पर्याप्त सुविधाएं भी नहीं है। इसके बावजूद जो शुल्क लिया जा रहा है,वह बहुत अधिक है। इसे तत्काल कम किया जाना चाहिए। श्री उपाध्याय ने कहा कि जब शुल्क वृध्दि की जा रही थी,उस समय भी उन्होने इसका विरोध किया था। लेकिन फिर भी शुल्क बढा दिया गया। एमआईसी की एक अन्य सदस्य श्रीमती रेखा जौहरी का कहना है कि जब इस शुल्क वृध्दि का प्रस्ताव लाया गया था,उस समय भी उन्होने विरोध दर्ज कराया था। लेकिन महापौर ने किसी भी बात नहीं सुनी और मनमाने ढंग से शुल्क बढा दिया था।