अग्रवाल नर्सिंग होम सील,समर्पण की जांच जारी
अवैध गर्भपात और भ्रूण लिंग परीक्षण की शिकायतों पर प्रशासन ने मारा छापा
रतलाम,1 मई (इ खबरटुडे)। धानमण्डी स्थित अग्रवाल नर्सिंग होम और अजंता टाकीज रोड स्थित समर्पण हास्पिटल द्वारा अवैध गर्भपात और भ्रूण लिंग परीक्षण कराए जाने की शिकायत पर आज जिला प्रशासन के एक दल ने दोनो निजी अस्पतालों पर छापा मारा। दोनो अस्पतालों में अनेक अनियमितताएं पाई गई। अग्रवाल नर्सिंग होम में तो छापे के दौरान अवैध गर्भपात के प्रमाण भी मिल गए। अग्रवाल नर्सिंग होम को तत्काल सील कर दिया गया है। अक्सर विवादों में रहने वाली डॉ.मंजूसिंह के समर्पण हास्पिटल की जांच जारी है।
उल्लेखनीय है कि अग्रवाल नर्सिंग होम और समर्पण हास्पिटल में अवैध रुप से भ्रूण लिंग परीक्षण किए जाने और मोटी रकम लेकर अवैध गर्भपात करने की लगातार शिकायतें हो रही थी। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर डॉ.संजय गोयल ने एसडीएम सुनील झा और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पुष्पेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में एक जांच दल इन अस्पतालों की जांच के लिए गठित किया। प्रशासन के इस जांच दल ने गुरुवार दोपहर दोनो अस्पतालों पर छापा मारा।
अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक अग्रवाल नर्सिंग होम पर छापे के दौरान जांच को कई अनियमितताएं मिली। छापे की कार्यवाही के दौरान ही जांच दल के सामने अवैध गर्भपात का एक मामला भी सामने आ गया। सूत्रों के मुताबिक सोनोग्राफी कराने आई एक महिला का उसी समय अवैध रुप से गर्भपात किया गया था। जांच दल को वह भ्रूण भी मिल गया,जो अवैध रुप से निकाला गया था। प्रथम दृष्टया अवैध गर्भपात व भ्रूण लिंग परीक्षण के आरोप सही पाए जाने की स्थिति में प्रशासन ने अग्रवाल नर्सिंग होम को सील कर दिया है। नर्सिंग होम की गहराई से जांच की जा रही है।
अग्रवाल नर्सिंग होम पर छापे के बाद प्रशासन का दल अजंता टाकीज स्थित समर्पण हास्पिटल पंहुचा। यहां भी सोनोग्राफी से सम्बन्धित रेकार्ड्स की जांच में तमाम तरह की अनियमितताएं पाई गई। जिला चिकित्सालय में पदस्थ विवादास्पद डॉक्टर दम्पत्ति डॉ.पुष्पराज सिंह और मंजूसिंह द्वारा अवैध रुप से संचालित इस अस्पताल में भी जम कर अवैध गर्भपात और भ्रूणलिंग जांच की जाती है। प्रशासन के जांच दल ने समर्पण हास्पिटल का सारा रेकार्ड जब्त कर लिया है।
बन्द हो सकते है दोनो अस्पताल
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जिला प्रशासन ने इन दोनो अस्पतालों द्वारा की जा रही अनियमितताओं पर कडी कार्यवाही करने का मन बना लिया है। अग्रवाल नर्सिंग होम में तो जांच दल को भ्रूण भी मिल चुका है। ऐसे में अग्रवाल नर्सिंग होम के संचालक के विरुध्द आपराधिक प्रकरण दर्ज किए जाने और अस्पताल को स्थाई रुप से बंद किए जाने जैसी कार्यवाही की पूरी संभावना है। इसी तरह डॉ. पुष्पराज सिंह और मंजूंसिह के अस्पताल समर्पण हास्पिटल में भी तमाम तरह की अनियमिताएं मिली है। चूंकि चिकित्सक दम्पत्ति शासकीय सेवा में होकर अवैध रुप से निजी नर्सिंग होम का संचालन कर रहे है,इसलिए इनके खिलाफ विभागीय स्तर पर भी कार्यवाही होगी। इनका अस्पताल भी बंद किया जा सकता है। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक इन दोनो अस्पतालों का रेकार्ड जब्त किया जा चुका है। जांच दल अस्पताल के रेकार्ड को खंगाल कर यहां सोनोग्राफी कराने वाले व यहां आकर इलाज कराने वाले तमाम लोगों को भी टटोलने की तैयारी में है,ताकि अस्पताल द्वारा की गई अनियमितताएं पूरी तरह से उजागर हो सके।
कई गडबडियां है इन अस्पतालों में
शहर में लम्बे समय से संचालित अग्रवाल नर्सिंग होम और समर्पण हास्पिटल अवैध गर्भपात और भ्रूण ंलिग परीक्षण के लिए ही जाने जाते है। चिकित्सा व्यवसाय से जुडे हर व्यक्ति को यह पता है कि चिकित्सा से जुडे जितने भी अवैध काम हो सकते है,वे सभी इन अस्पतालों में किए जाते है। इन अस्पतालों में मोटी रकम देकर कुछ भी करवाया जा सकता है। डॉ पुष्पराज और मंजूसिंह के समर्पण हास्पिटल में तो जिला चिकित्सालय में भर्ती होने वाले मरीजों को जबर्दस्ती लाया जाता है। जिला चिकित्सालय के प्रसूति वार्ड में आने वाली गर्भवती महिलाओं में से कई को इस अस्पताल में सोनोग्राफी कराने और इलाज कराने के लिए मजबूर किया जाता है। डॉ.श्रीमती मंजूसिंह जिला चिकित्सालय की महिला रोग विशेषज्ञ है। जो मरीज उनके पास जिला चिकित्सालय में उपचार कराने आता है,उसे किसी न किसी तरह मजबूर करके समर्पण हास्पिटल में लाया जाता है और फिर से उससे मोटी रकम वसूल की जाती है। जिला प्रशासन की इस कार्यवाही के बाद उम्मीद जगी है कि अवैध कामों में लिप्त इन अस्पतालों पर अब अकुंश लग सकेगा।