सैलाना राजमहल में हुई चोरी का पर्दाफाश,दस लाख का माल बरामद,5 गिरफ्तार
रतलाम,22 अप्रैल(इ खबरटुडे)। जिले के सैलाना स्थित राजमहल में हुई चोरी का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। चोरी के इस हाइप्रोफाइल मामले में पुलिस ने कुल 9 लोगों के खिलाफ नामजद प्रकरण दर्ज किया है और इनमें से 5 लोगों को राजस्थान के प्रतापगढ से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से चोरी गई एंटीक बंदुकै, रायफल, तलवार, भाला इत्यादि करीब दस लाख रु. मूल्य का सामान बरामद किया गया है.
चोरी के इस मामले का रविवार को पुलिस कंट्रोल रुम पर एसपी अमित सिंह और एएसपी डां. राजेश सहाय ने खुलासा किया। इस दौरान सैलाना के महाराज विक्रमसिंह पिता दिग्विजयसिंह भी मौजुद थे। एसपी अमित सिंह ने बताया कि 23 दिस बर 2017 को सैलाना पैलेस में अज्ञात बदमाशों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। फरियादी विक्रमसिंह की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था।
एंटीक वस्तुएं ले गए थे चोर
पुलिस के अनुसार बदमाश वहां से किमती सामान ,चादी की 4 ट्राफी , एक चांदी का फूलदान,एक 12 बोर की एंटीक बंदुक,एक एंटीक रायफल पाईन्ट 22,एक एंटीक रायफल पाईन्ट 30/0608, लोहे की पुरानी तलवार,एंटीक 06 भाले व एटींक लोहे की कटारे चुरा कर ले गए।
यह हुए गिरफ्तार
चोरी के इस हाइप्रोफाइल मामले में एसपी अमित सिंह द्वारा एएसपी डां. राजेश सहाय के निर्देशन में टीम का गठन किया था। पुलिस ने प्रतापगढ राजस्थान से सन्नी पिता राजु हाल मुकाम सैलाना निवासी प्रतापगढ, अशोक पिता लक्ष्मण निवासी प्रतापगढ, अनिल पिता राजु निवासी प्रतापगढ, बंटी पिता श्याम निवासी प्रतापगढ औैर सलमान पिता अयुब निवासी प्रतापगढ को गिरफ्तार कर चोरी का सामान बरामद कर लिया है, जबकि नरेन्द्र पिता रमेश निवासी प्रतापगढस पीयुष पिता सत्यनारायण, भुपेन्द्र पिता जगदीश और श्याम निवासी प्रतापगढ की तलाश की जा रही है।
ऐसे पहुंचे आरोपियों तक
एसपी अमित सिंह ने बताया कि मामले के खुलासे के लिए गठित टीम को जांच के दौरान मुखबीर से सूचना मिली की संदेही सन्नी पिता राजु निवासी प्रतापगढ राजस्थान व उनके साथीयो ने महल में चोरी की तथा माल प्रतापगढ राजस्थान में छुपा रखा है और उसे बेचने वाले है। सूचना मिलने पर टीम को प्रतापगढ राजस्थान रवाना किया गया। पुलिस टीम ने वहां संदेही सन्नी व उसके साथीयो के यहां तलाश की और उन्हे सैलाना लेकर आए। पुछताछ में सन्नी ने बताया कि वह वर्तमान में सैलाना रहता है। करीब 4 माह पूर्व बडे पापा के देहांत के कार्यक्रम के दौरान उसके रिश्तेदार अनिल , काका ससुर अशोक उनके दोस्त नरेन्द्र आये थे। उन तीने ने रुपये की आवश्यकता होने की बात कही थी। सन्नी को यह बात पता थी कि महाराज विक्रमसिंह बाहर गए हुए है, जिसके बाद चारों ने महल में चोरी की योजना बनाई। चारो आरोपी महल मे पीछे के रास्ते से सीताफल के झाड से महल मे चढे और पीछे के दरवाजे का बोल्ट खोलकर व ताला तोडकर महल के अंदर प्रेवश किया। आरोपियों ने साईड वाले कमरे मे पलंग के अन्दर रखी 3 बंदुके व पास के कमरे में रखी चांदी की चार ट्राफी व
हाल मे सजावट की तलवारे व भाले चोरी किए और उन्हे एक प्लास्टिक की पाल मे बांध कर सुबह बस से प्रतापगढ चले गए। पुछताछ में आरोपियों ने बताया कि पहले अशोक के घर पर चोरी का सामान रखा था, बाद में आरोपियों ने बंटी उर्फ सिध्दार्थ के माध्यम से रुपये की आवश्यकता होने से एक बंदुक सिध्दार्थ के दोस्त सलमान को 50000 रुपए में बेच दी। पीयुष को 1 तलवार ,4 कटार, 1 भाला 3000 रु.मे बेचना एवं भुपेन्द्र सोनी को चादी की ट्राफी व एक फूलदान तोडकर तीस हजार रु मे बेचना बताया । अनिल ने श्याम को 3 कटार और 1 भाला 1000 रुपए मे बेचा था। बाकि सामान एक बंदूक, एक तलवार, एक भाला अनिल ने अपने पास रख लिया था और सन्नी ने 1 बंदुक ,2 तलवार ,3 भाले अपने पास रखे । इसी तरह अशोक ने 1 तलवार ,1 कटार एवं फुलदान को बेचने के एवज मे भुपेन्द्र सोनी से 200 ग्राम चांदी का एक कड़ा खरीद लिया था। गिरफ्तार आरोपियों से चोरी का सामान बरामद किया गया है, शेष आरोपियों की तलाश की जा रही है।
यह समान हुआ बरामद
आरोपी सन्नी से 1 बंदुक, 2 तलवार, आरोपी अशोक से एक चांदी का कड़ा,1 तलवार, 1 कटार बरामद की गई। आरोपी अनिलसे एक 12 बोर बदुंक, एक तलवार और 1 भाला बरामद किया गया। आरोपी बंटी से 2 तलवार और सलमान से 1 बदुंक बरामद की गई। बरामद हुए सामान का मुल्य दस लाख के लगभग है।