मशीनों के उपयोग के पहले पंजीयन कराएं -कलेक्टर डा.गोयल
पीसीएंडपीएनडीटी एक्ट अंतर्गत गठित समिति की बैठक आयोजित
रतलाम 23 जनवरी (इ खबरटुडे) गर्भधारण पूर्व और प्रसुतिपूर्व निदान तकनीकी (लिंग चयन प्रतिषेध) अधिनियम अंतर्गत जिला सलाहकार समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर डा.संजय गोयल ने निर्देशित किया कि ऐसी कोई भी मशीन जिससे लिंग निर्धारण किया जा सकता है,का उपयोग किए जाने के पूर्व उसका अधिनियम अंतर्गत पंजीयन होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि कोई भी चिकित्सकीय इकाई अथवा चिकित्सा संस्थान बगैर पंजीयन के ऐसी मशीनों का अपने संस्थान में प्रयोग करता है फिर चाहे उनके व्दारा लिंग निर्धारण संबंधी परीक्षण नहीं भी किए जाते हो तो भी बगैर पंजीयन के मशीनों का उपयोग करना अपराध है।
जिला सलाहकार समिति की बैठक में अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर डा.गोयल ने समिति के सदस्यों से जिले में चल रहे नर्सिंग होम और सोनोग्राफी सेन्टरों के संबंध में पडताल की। बैठक में विभिन्न नर्सिंग होम एवं डायग्नोस्टिक सेंटर के लायसेंस नवीनीकरण किए जाने संबंधी चर्चा की गई।कलेक्टर ने नवीनीकरण किए जाने के संबंध में नियमानुसार कार्यवाही किए जाने हेतु मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि लायसेंसों के नवीनीकरण हेतु निर्धारित समय सीमा एवं निर्धारित राशि के ड्राफ़ट जमा कराने वालों के ही लायसेंस नवीनीकृत किए जाएं। जिन संस्थानों व्दारा नियमों का पालन किए जाने में लापरवाही बरती जा रही हो उनके विरूद्ध कडी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
बैठक में सदस्यों ने कहा कि जिले के ऐसे क्लीनिक जिन पर अन्य स्थानों से आकर डाक्टर्स अपनी सेवाएं देते हैं उनकी भी जानकारी एवं पंजीयन होना आवश्यक है।यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि बाहर से आने वाले डाक्टर्स अपने साथ लिंग निर्धारण की जाने वाली कोई भी मशीन न तो साथ में लेकर आए और न ही उनका प्रयोग करें। ऐसे संस्थान जहां सीएमएचओ अथवा समिति को बगैर सूचना के चिकित्सक आते हैं उन्हें कारण बताओ सूचना पत्र दिया जाकर स्पष्टीकरण तलब किया जाए। डा.गोयल ने बैठक में जिले में चल रहे सोनोग्राफी सेन्टर और नर्सिंग होम की जांच हेतु आगामी पांच दिन में दल गठित कर अगले 15 दिनों में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
बैठक में एडीएम कैलाश वानखेडे,सीएमएचओ डा.पुष्पेन्द्र शर्मा,अशासकीय सदस्य महेन्द्र गादिया, दिनेश बरमेचा, सुशील मूणत, श्रीमती उषा जैन एवं अन्य शासकीय सदस्य उपस्थित थे।