December 24, 2024

प्रधानमंत्री आवास योजना से दर-दर भटकने वाले गाड़ोलिया लोहारों को भी घर मिले

IMG_20180127_145537

रतलाम ,30 जनवरी(इ खबरटुडे)। प्रधानमंत्री आवास योजना से अब तो दर-दर भटकने वाले गाड़ोलिया लोहारो को भी घर मिल रहे हैं। रतलाम जिले के पिपलोदा विकासखंड के ग्राम माऊखेड़ी में 6 गाड़ोलिया लोहार परिवारों के पास अब अपने स्‍वयं के पक्‍के मकान है, यह प्रधानमंत्री आवास योजना की वजह से संभव हुआ है। ये गाड़ोलिया लोहार वर्षों से इधर-उधर इस गांव उस गांव भटक-भटक कर रहते हुए अपना गुजर-बसर कर रहे थे, परंपरागत रूप से लोहे के औजार बनाकर बेचते आये हैं।
माऊखेड़ी में ऐसे 18 परिवार है। इनमें से 6 परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना से पक्‍के मकान मिल गये हैं। इनमें से बचे हुए शेष परिवारों को भी आने वाले दिनों में इस योजना से अपने पक्‍के मकान मिल जायेंगे।

माऊखेड़ी में पीएम आवास योजना से पक्‍के मकान हासिल करने वाले गाड़ोलिया लोहार परिवारों में 42 वर्षीय बापूलाल पिता रतनलाल तथा उसका भाई कमललाल भी शामिल है। बापूलाल के परिवार में उसकी माँ उसकी पत्नि के अलावा 5 बेटियां भी है, कमललाल के परिवार में उसकी पत्नि के अलावा 2 लड़के एक लड़की शामिल है। बापूलाल की 80 वर्षीय माता पूनीबाई अपने दोनों बेटों के पक्‍के मकान बन जाने से बहुत खुश है।

वह कहती है कि साहब मेरी जिंदगी तो भटकते हुए गुजरी है लेकिन अब मेरे बेटों तथा उनके परिवारों को अब नहीं भटकना पड़ेगा और अब मेरा बूढ़ापा भी आराम से कटेगा, क्‍योंकि सरकार की योजना से अब हमारे पास पक्‍के मकान है हमारे जीवन में स्‍थायित्‍व आ गया है। बापूलाल व कमललाल के मकान 20 बाय 30 फीट की साईज में बने हैं दो-दो कक्षों के साथ किचन तथा लेट बाथ भी बनाये गये हैं।

माऊखेड़ी के ग्राम पंचायत सचिव गोपाल कुमावत ने बताया कि बापूलाल तथा कमललाल के अलावा माऊखेड़ी में चार अन्‍य गाड़ोलिया लोहार परिवारों के पास भी प्रधानमंत्री आवास है, इनमें बाबूलाल पिता भेराजी, रामू पिता मांगीलाल, रानीबाई पति‍ कनीराम तथा कंचनबाई पति लखन शामिल है। शेष गाड़ोलिया लोहार परिवार भी आवास हेतु सूचीबद्ध कर लिये गये है, शीघ्र ही उनके मकान भी बन जायेंगे। पंचायत सचिव ने बताया कि माऊखेड़ी में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत कुल 44 पक्‍के मकानों का निर्माण हुआ है एक आवास अभी निर्माणाधीन है। पूर्ण किये गये आवासों के मालिक वे परिवार है जो ग्राम पंचायत की प्राथमिकता सूची में दर्ज थे।

You may have missed

Here can be your custom HTML or Shortcode

This will close in 20 seconds