चरक अस्पताल की लांड्री में धूल रहे थे बाहर के कपडे, एडीएम ने पंचनामा बनाकर सील किया
उज्जैन,02जनवरी(इ खबरटुडे/ब्रजेश परमार)।सिंहस्थ 2016 में शुरू हुए चरक मातृ एवं शिशु अस्पताल में अनियमितताएं चरम पर सामने आने लगी है।शासकीय चरक अस्पताल की लांड्री में अस्पताल के बाहर के कपडे धोने के मामले का खुलासा होने पर एडीएम ने पहुंचकर लांड्री को सील करवाया है।
अस्पताल प्रशासन ने ठेका निरस्ती की कार्रवाई के लिए कलेक्टर को अपनी और से लिखा है। बुधवार दोपहर चरक अस्पताल में सिविल सर्जन डा. राजू निदारिया आकस्मिक निरीक्षण पर लांड्री पहुंचे थे। लांड्री के ठेकेदार की शिकायतें सामने आने पर उसे पूर्व में दो बार नोटिस दिया जा चुका था। इसके बावजूद लांड्री में अस्पताल के कपड़ो के अतिरिक्त ठेके की शर्तों के विपरित बाहर के टेंट हाउस एवं होटलों के साथ अन्य संस्थानों के कपडे धोए जा रहे थे।
बकौल डा.निदारिया नर्सिंग कालेज निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने ठेकेदार की शिकायत सामने आने पर उसे हिदायत दी थी। उसी के तहत आकस्मिक निरीक्षण के लिए गया था ।वर्ष 2016 में लांड्री का ठेका कृति गुमास्ता नामक ठेकेदार को दिया गया था। तत्कालीन सिविल सर्जन एपीएस गहरवार ने यह ठेका दिया था।ठेके में 5 साल का अनुबंध किया गया था।ठेके की शर्त के तहत चरक भवन में ही उसे मशीन लगाकर काम करना था ।
मशीन से ही कपडे सुखाने थे और शासकीय जिला अस्पताल और चरक मातृ शिशु अस्पताल के अतिरिक्त ठेकेदार बाहर के कपडे नही धो सकता है। निरीक्षण में पाया गया कि ठेकेदार टेंट हाउस और अन्य संस्थानों के कपडे यहां धोकर मशीन में सुखा रहा था और अस्पताल के बाहर । इंफेक्शन की स्थिति कपड़ो से निर्मित न हो इसके लिए ठेकेदार को मशीन मे ही कपडे सुखाने के लिए अनुबंधित किया गया था।
लांड्री में इसके विपरित ही काम चल रहा था। एडीएम जीएस डाबर ने बताया कि ठेका अनुबंध की शर्त के विपरित काम करने की जानकारी लगने पर कलेक्टर साहब के आदेश पर चरक अस्पताल जाकर मैंने पंचनामा बनवाया । बाद में लांड्री को सील कर दिया। जिला अस्पताल प्रशासन ने नोटशीट,पंचनामा बनाकर कलेक्टर साहब को ठेका निरस्ती की कार्रवाई के लिए भेजा है।