तेजस्वी दल द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत युवतियों एवं महिलाओं को दिया जा रहा रोजगार प्रशिक्षण
रतलाम,21 फरवरी (इ खबरटुडे)। महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु रोजगार से जोड़ने के लिए सृष्टि समाज सेवा समिति द्वारा गठित तेजस्वी दल की युवतियों ने नई पहल की शुरूआत की
समिति अध्यक्ष सतीश टाक ने जानकारी देते हुए बताया कि कोविड19 के बाद कई परिवारों के सामने संकट की स्थिति उत्पन्न हुई है। जिससे उन्हें आर्थिक रूप से भी परेशानीयो से रुबरु होना पड़ रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए संस्था की युवतियों ने ज़रूरत मंद एवं ग्रहणी महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने के लिए गाय के गोबर से निर्मित बिना केमिकल की “पर्यावरण के अनुकूल स्वास्थ्य हितेषी प्राकृतिक हर्बल धूपबत्ती” बनाने का प्रशिक्षण समिति द्वारा दिया जा रहा है।
कार्यक्रम समन्वयक दिव्या श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए टीम का गठन किया गया है। उक्त टीम सचिव पल्लवी टाक के नेतृत्व में उपाध्यक्ष अर्पित उपाध्यय, सयुंक्त सचिव यामिनी राजावत,काजल टाक युवतियों एवं महिलायों को प्रशिक्षण देंगे। आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत महिलाओं के प्रशिक्षण कार्य मे कोषाध्यक्ष शुभम सिखवाल, सलाहकार महेंद्र बारूपाल,सहित अन्य सदस्य सहयोग करेंगे।
समिति का उद्देश्य यही है कि उन महिलाओं एवं युवतियों को रोजगार से जोड़ा जाए जिन्हें वास्तविक जीवन में प्रतिदिन समस्याओं से रूबरू होना पड़ता है इसके साथ ही शहर की बस्ती की युवतियों एवम महिलाओं की टीम बनाकर उन्हें पेपर बैग,दीपक बत्ती, फूलों की अगरबत्ती, धूपबत्ती का भी प्रशिक्षण जल्दी ही शुरू किया जाएगा।
संस्था ये सभी सामग्री उपलब्ध करवाएगी जो कि निर्मित होने के बाद उनसे लेकर बाजार में दुकानों पर उपलब्ध करवाई जाएगी। इस से होने वाली आय का कुछ भाग श्रम के तौर पर महिलाओं को दिया जाएगा। जिससे उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी होगी एवं वे स्वयं आत्मनिर्भर भी बनेंगी। फिलहाल समिति नो प्रॉफिट, नो लॉस तर्ज पर कार्य करेगी उक्त सभी प्राकत्रिक उत्पाद शीघ्र ही बाजार में उपलब्ध करवाने के लिए समिति प्रयासरत है।
महिला को बनाया आत्मनिर्भर
संस्था द्वारा दो महीने पहले डोंगरे नगर निवासी यशोदा बाई को दीपक बत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया गया था जिससे आत्मनिर्भर बनकर वह इस कार्य में जुट गई आज वह घर पर दीपक बत्ती बनाकर प्रति माह ढाई से तीन हजार रुपए मासिक आय अर्जित कर रही है जिससे उनके घर खर्च में आर्थिक सहायता मिल रही है।