December 24, 2024

कर्तव्य निभाते हुए ही हम अपने लक्ष्यों को पा सकते हैं’ मन की बात में बोले पीएम मोदी

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नई दिल्ली,24 सितम्बर (इ खबरटुडे)। पीएम मोदी ने आज मन की बात के 105वें एपिसोड को संबोधित किया।इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी का संभल जिला जनभागीदारी की मिसाल है। सोत नदी को पुनर्जीवित करने के लिए 70 गांव एकजुट हो गए। लोगों ने नदी के किनारे 10 हजार बांस के पौधे भी लगाए हैं। बता दें कि मन की बात एक मासिक रेडियो कार्यक्रम है।

पीएम मोदी ने कहा, भारत ने अफ्रीकन यूनियन को G20 ब्लॉक का पूर्ण सदस्य बनाकर अपने नेतृत्व का प्रदर्शन किया है। इस शिखर सम्मेलन के दौरान प्रस्तावित भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा भी आने वाले समय में वैश्विक व्यापार की आधारशिला बनने के लिए तैयार है।

चंद्रयान-3 की लैंडिंग और G20 समिट को लेकर मिले सबसे ज्यादा पत्र’
पीएम मोदी ने कहा कि इन दिनों सबसे ज्यादा पत्र और सन्देश, जो मुझे मिले हैं, वो दो विषयों पर बहुत अधिक है।पहला विषय है, चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग और दूसरा विषय है दिल्ली में G-20 का सफल आयोजन। देश के हर हिस्से, समाज के हर वर्ग से, हर उम्र के लोगों के मुझे अनगिनत पत्र मिले हैं।

चंद्रयान-3 की लैंडिंग के दौरान इसरो ने बनाया रिकॉर्ड
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब चंद्रयान-3 का लैंडर चंद्रमा पर उतरने वाला था, तब करोड़ों लोग अलग-अलग माध्यमों के जरिए एक साथ इस घटना के पल-पल के साक्षी बन रहे थे। इसरो के YouTube Live Channel पर 80 लाख से ज्यादा लोगों ने इस घटना को देखा, जो अपने आप में ही एक रिकॉर्ड है। इससे पता चलता है कि चंद्रयान-3 से करोड़ों भारतीयों का कितना गहरा लगाव है।

पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें

चंद्रयान-3 की सफलता के बाद G-20 के शानदार आयोजन ने हर भारतीय की खुशी को दोगुना कर दिया। भारत मंडपम तो अपने आप में एक सेलेब्रिटी की तरह हो गया है | लोग उसके साथ सेल्फी खिंचा रहे हैं और गर्व से पोस्ट भी कर रहे हैं।

भारत ने G20 समिट में अफ्रीकन यूनियन को G20 में पूर्ण सदस्य बनाकर अपने नेतृत्व का लोहा मनवाया है।

जब भारत बहुत समृद्ध था, उस जमाने में हमारे देश में और दुनिया में सिल्क रूट की बहुत चर्चा होती थी। ये सिल्करूट व्यापार-कारोबार का बहुत बड़ा माध्यम था। अब आधुनिक जमाने में भारत ने एक और इकोनॉमिक कॉरिडोर जी-20 में सुझाया है। इसका नाम है- इंडिया मिडिल ईस्ट यूरोप कॉरिडोर।

ये कॉरिडोर आने वाले सैकड़ों सालों तक विश्व व्यापार का आधार बनने जा रहा है और इतिहास इस बात को हमेशा याद रखेगा कि इस कॉरिडोर का सूत्रपात भारत की धरती पर हुआ था।

दिल्ली में एक और एक्साइटिंग प्रोग्राम होने जा रहा है- G20 University Connect Programme। इस प्रोग्राम के जरिए देशभर के यूनिवर्सिटी के लाखों छात्र एक-दूसरे से जुड़ेंगे। इसमें आइआइटी, आइआइएम, एनआइटी और मेडिकल कॉलेज जैसे कई प्रतिष्ठित संस्थान भी भाग लेंगे।

आज से दो दिन बाद 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस है। पर्यटन को कुछ लोग सिर्फ सैर-सपाटे के तौर पर देखते हैं, लेकिन पर्यटन का एक बहुत बड़ा पहलू रोजगार से जुड़ा है। कहते हैं, सबसे कम इन्वेस्टमेंट में सबसे ज्यादा रोजगार अगर कोई सेक्टर पैदा करता है तो वो टूरिज्म सेक्टर ही है।

G20 के सफल आयोजन के बाद दुनिया के लोगों का इंटरेस्ट भारत में और बढ़ गया है। G20 में एक लाख से ज्यादा प्रतिनिधि भारत आए और यहां की विविधता, अलग-अलग परम्पराएं, भांति-भांति का खानपान और हमारी धरोहरों से परिचित हुए। यहां आने वाले प्रतिनिधि अपने साथ जो शानदार अनुभव लेकर गए हैं, उससे पर्यटन का और विस्तार होगा।

भारत में विश्व धरोहर स्थलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले दिनों कर्नाटक के पवित्र होयसड़ा मंदिरों को वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित किया गया। मैं इस शानदार उपलब्धि के लिए समस्त देशवासियों को बधाई देता हूं।

गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने शान्तिनिकेतन का Motto संस्कृत के एक प्राचीन श्लोक से लिया था | वह श्लोक है- “यत्र विश्वम भवत्येक नीडम्” अर्थात, जहां एक छोटे से घोंसले में पूरा संसार समाहित हो सकता है।

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