उज्जैन कमिश्नर डॉक्टर संजय गोयल ने रतलाम मेडिकल कॉलेज में बैठक लेकर समीक्षा की, अस्पताल का निरीक्षण किया
रतलाम,16 अगस्त(इ खबर टुडे)। उज्जैन कमिश्नर डॉक्टर संजय गोयल बुधवार को रतलाम प्रवास पर आए। उन्होंने स्थानीय शासकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचकर कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी एवं मेडिकल कॉलेज जितेंद्र गुप्ता के साथ बैठक ली। मेडिकल कॉलेज एवं परिसर में संचालित चिकित्सालय की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। सीईओ जिला पंचायत अमन वैष्णव, अन्य अधिकारी एवं मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स एवं स्टाफ उपस्थित था।
बैठक में कमिश्नर डॉ. गोयल द्वारा मेडिकल कॉलेज की परिसर में संचालित चिकित्सालय की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देशित किया कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा अनुसार चिकित्सालय में समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें, कोई कमी नहीं रहे। मरीज को कहीं कोई दिक्कत नहीं हो, मरीज को कोई भी सामग्री दवाइयां इत्यादि बाहर से खरीदकर नहीं लाना पड़े। मेडिकल कॉलेज का संचालन शासन के नियमानुसार किया जाए जो भी खरीदी की जाए वह शासन के नियमों के अधीन हो।
चिकित्सालय का निरीक्षण
कमीशन डॉक्टर संजय गोयल ने मेडिकल कॉलेज परिसर में संचालित चिकित्सालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ओपीडी एवं फार्मेसी विभाग में जाकर प्रक्रियाओं का जायजा लिया। आयुष्मान कार्ड निर्माण की प्रक्रिया से अवगत हुए। सर्जिकल वार्ड में पहुंचकर मरीजों से चर्चा की। ग्राम बिलपांक के मरीज वर्दीचंद एवं बड़ोदिया के मरीज श्री गोपाल से चर्चा करते हुए उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। मरीजों से पूछा कि उनको खाना, दवाइयां वगैरह समय पर मिल रही है अथवा नहीं। मरीजों ने बताया कि उनको समस्त सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं, खाना समय पर मिल रहा है दवाइयां भी मिल रही हैं। मरीज वर्दीचंद का मेडिकल प्रिसक्रिप्शन देखा तो कमिश्नर ने पाया कि मरीज को पूर्व संध्या को इंजेक्शन नहीं लग पाया है, उन्होंने सबसे नाराजगी व्यक्ति की। मेडिकल कॉलेज के डीन को निर्देशित किया कि मरीज को यदि शाम को इंजेक्शन लगना है तो उसकी व्यवस्था सुबह से कर ली जाए। मरीज वर्दीचंद के बेड पर तकिया नहीं पाए जाने पर भी नाराजगी व्यक्त की।
मेडिकल कॉलेज के डीन को यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि मेडिकल कॉलेज के चिकित्सालय में आने वाले मरीजों के लिए कोई कमी नहीं रहना चाहिए। शासन द्वारा दी जा रही समस्त सुविधाएं मरीजों को मिलना चाहिए। ओपीडी में भी लाइन में लगे मरीजों से चर्चा की, उनको मिल रही सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। फार्मेसी विभाग में पहुंचकर एवं स्टॉक का जायजा लिया।