Charbham yatra 2022: केदारनाथ धाम के कपाट खुले, मंदिर परिसर में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
रूद्रप्रयाग, 06मई(इ खबर टुडे)। केदारनाथ धाम के कपाट शुभ मुहूर्त में शुक्रवार सुबह 06 बजकर 26 ्मिनट खोल दिए गए। अब छह माह तक बाबा के भक्त धाम में ही आराध्य के दर्शन एवं पूजा-अर्चना कर सकेंगे। बाबा के मंदिर को दस क्विंटल फूलों से सजाया गया है। वहीं, बृहस्पतिवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली भक्तों के जयकारों के बीच अपने धाम पहुंची।
विधि विधान के साथ बाबा की डोली को मंदिर के समीप विराजमान किया गया है। साथ ही अन्य धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया गया है।शुक्रवार को आज प्रात: 6 बजकर 26 मिनट पर जय केदार के जयकारों के बीच भगवान केदारनाथ के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खुल गए। बाबा की पंचमुखी मूर्ति केदार मंदिर में विराजमान हुई। विधिविधान और धार्मिक परंपराओं के भगवान केदारनाथ के कपाट खोले गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा की गई। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूजा-अर्चना कर बाबा केदार का आशीर्वाद लिया।तड़के बाबा केदार की उत्सव डोली को मुख्य पुजारी द्वारा भोग लगाया गया और नित पूजाएं की गई, जिसके बाद डोली को सजाया गया। केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिंग, वेदपाठियों, पुजारियों, हक्क हकूकधारियों की मौजूदगी में कपाट पर वैदिक परंपराओं के अनुसार मंत्रौच्चारण किया गया और 6 बजकर 26 मिनट पर कपाट खोले गए। इस दौरान डोली ने मंदिर में प्रवेश किया।
सबसे पहले पुजारियों व वेदपाठियों ने गर्भगृह में साफ सफाई की और भोग लगाया। इसके बाद मंदिर के अंदर पूजा अर्चना की गई। सेना की बैंड की धुनों के साथ पूरा केदारनाथ भोले बाबा के जयकारों से गुंजायमान हो गया। इस दौरान केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग और मुख्यमंत्री पष्कर सिंह धामी सहित बीकेटीसी के सदस्य भी मौजूद रहे। मंदिर को दस क्विंटल फूलों से सजाया गया है।आज खुलेंगे तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाटपंचकेदार में तृतीय भगवान तुंगनाथ के कपाट विधिविधान के साथ आज (शुक्रवार) पूर्वाह्न 11 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। बृहस्पतिवार को मक्कू स्थित भूतनाथ मंदिर में तृतीय केदार बाबा तुंगनाथ की विशेश पूजा-अर्चना की गई।
इस मौके पर मक्कू के ग्रामीणों ने भगवान को लाल व पीले वस्त्र भेंट कर धाम के लिए विदा किया। डोली भूतनाथ मंदिर से अपने धाम के लिए प्रस्थान करते हुए विभिन्न गांवों में अपने भक्तों को दर्शन देकर अंतिम रात्रि प्रवास के लिए चोपता पहुंची। मंदिर के मठाधिपति राम प्रसाद मैठाणी ने बताया कि शुक्रवार विशेष पूजा अर्चना के बाद डोली चोपता से तुंगनाथ धाम पहुंचेगी।