May 12, 2024

Taliban Bharat : तालिबान ने भारत को ‘सबसे अहम देश’ बताते हुए कहा भारत से अच्छे संबंध चाहता है तालिबान, NSA बैठक को बताया अफगानिस्तान के हित में

काबुल,13 नवम्बर(इ खबर टुडे)। अफगानिस्तान पर कब्ज़ा जमा चुके तालिबान (Taliban) ने भारत को क्षेत्र का सबसे अहम देश बताते हुए कहा है वे भारत सरकार के साथ अच्छे राजनयिक संबंध चाहते है। तालिबान ने भारत में अफगानिस्तान को लेकर आयोजित राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) स्तर की बैठक को भी अफगानिस्तान के हित में बताया। उल्लेखनीय है कि बुधवार को भारत के NSA अजीत डोभाल (Ajit Doval) की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई थी, जिसमें 7 देशों के सुरक्षा सलाहकार/सचिव शामिल हुए थे।

तालिबानी प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद (Zabihullah Mujahid) ने कहा, ‘भले ही हम बैठक में मौजूद नहीं रहे हों, लेकिन हमारा मानना है कि कॉन्फ्रेंस अफगानिस्तान के हित में थी। क्योंकि अफगान के मौजूदा हालात पर पूरा क्षेत्र विचार कर रहा है और शामिल हुए देश भी अफगानिस्तान में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करने और मौजूदा सरकार को अपने आप सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद को लेकर विचारशील रहे होंगे। ’ इस दौरान प्रवक्ता ने एक बार फिर दोहराया कि ‘इस्लामिक अमीरात अफगानिस्तान की नीति’ के अनुसार, उसकी जमीन का इस्तेमाल किसी देश के खिलाफ नहीं होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि वे आपसी सहयोग चाहते हैं।

10 नवंबर को हुई कॉन्फ्रेंस के बाद भारत सरकार ने कहा था कि वे अफगानिस्तान को मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जबकि, भारत ने यह भी कहा था कि मदद तक पहुंच को लेकर जमीन पर हालात मुश्किल बने हुए हैं। इधर, भारत अभी भी अफगानिस्तान को सड़क के रास्ते अनाज पहुंचाने के लिए पाकिस्तान की मंजूरी का इंतजार कर रहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था, ‘अफगानिस्तान के लोगों को भारत का समर्थन एकदम साफ है। हम अफगानिस्तान के सभी लोगों को सालों से मदद दे रहे हैं। बीते कुछ महीनों से जमीन पर हालात मुश्किल हो गए हैं।

मीटिंग में ईरान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, उज्बेकिस्तान क्षेत्र के करीब सात देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और सचिव हिस्सा ले रहे हैं। बुधवार को आयोजित बैठक में डोभाल ने कहा, ‘आज इस वार्ता को आयोजित करना भारत के लिए सौभाग्य की बात है। हम अफगानिस्तान में घटनक्रमों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। केवल अफगानिस्तान के लोगों पर ही नहीं, बल्कि इसके पड़ोसियों और क्षेत्र पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘मुझे भरोसा है कि हमारा विचार विमर्श अफगान लोगों की मदद करने और हमारी सुरक्षा में योगदान देगा।

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