June 26, 2024

सोशल मीडिया पर रखी जा रही कड़ी निगरानी, त्योहारों का शांतिपूर्ण सद्भाव के साथ आयोजन सुनिश्चित, जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक संपन्न

रतलाम,15 फरवरी (इ खबर टुडे)। जिले में आगामी त्योहारों का शांतिपूर्ण एवं सद्भाव के साथ आयोजन सुनिश्चित किया गया है। आपराधिक तत्वों की धरपकड़ की जाएगी। सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इस संबंध में प्रतिबंधात्मक आदेश भी लागू है। सभी अधिकारी अपने विभागीय दायित्वों का निर्वहन त्योहारों के दृष्टिगत सुनिश्चित करेंगे। यह जानकारी कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी तथा पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी द्वारा जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक में दी गई।

बुधवार को पुलिस कंट्रोल रूम पर आयोजित उक्त बैठक में प्रभारी एडीएम श्रीमती जमुना भिड़े, एडिशनल एसपी सुनील पाटीदार, एसडीएम संजीव पांडे, सीएसपी हेमंत चौहान, डीएसपी सुश्री एस. सुराना, श्री मनोहर पोरवाल, शहर काजी श्री अहमद अली, पूर्व महापौर श्री शैलेंद्र डागा, महेंद्र कटारिया, व्यापारी संघ अध्यक्ष मनोज झालानी, बजरंग पुरोहित, मधु पटेल, पवन सोमानी, सीएमएचओ. डा. प्रभाकर ननावरे, तहसीलदार श्रीमती अनीता चोकोटिया, श्रीमती यास्मीन शेरानी, अरुण त्रिपाठी, बाबूलाल राठी, प्रवीण सोनी, कमलेश मोदी, प्रदीप उपाध्याय, गोविंद काकानी, निगमायुक्त हिमांशु भट्ट, एसडीएम ग्रामीण त्रिलोचन गौड़, जिला आपूर्ति अधिकारी एस.एच. चौधरी, कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी अनुराग सिंह, कार्यपालन यंत्री पीएचई पी.के. गोगादे, स्टेशन रोड थाना प्रभारी किशोर पाटनवाला, अनुराग यादव आदि उपस्थित थे।

बैठक में कलेक्टर श्री सूर्यवशी ने कहा कि सभी त्यौहार शांति, सद्भाव और प्रेम से मनाए जाएंगे। कोई ऐसा माहौल नहीं होगा जिससे कटुता बढे क्योंकि सभी त्यौहार प्रेम और सद्भाव का संदेश देते है। रंगों के त्यौहार पर जबरन चंदा वसूली न हो, जबरदस्ती किसी पर रंग न डाले। प्राकृतिक रंगों का उपयोग करें, सडक़ों पर लगने वाले स्वागत मंच भी ऐसे बनाए जाएं जिससे यातायात बाधित न हो।

कलेक्टर ने कहा कि शांति समिति महत्वपूर्ण समिति है, जो लोगों की मानिटरिंग करने, शिक्षित करने और मार्गदर्शन देने का काम करती है। इसमें सभी का सहयोग लिया जाता है, इसमें कानून व्यवस्था की स्थिति के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कर निर्णय लिए जाते है।

बैठक में मार्च और अप्रैल में आने वाले त्यौहारों पर चर्चा की गई, सदस्यों की राय ली गई तथा प्रशासन द्वारा विभिन्न विभागों की भूमिका पर कलेक्टर ने निर्देश देते हुए सडक़ के गड्डों, स्ट्रीट लाईटों तथा त्यौहार के दिनों में पर्याप्त जलापूर्ति किए जाने के निर्देश संबंधित विभाग को दिए, साथ ही यह भी कहा कि होली दहन तथा अन्य कार्यक्रमों के लिए ली जाने वाली अनुमति तत्काल दी जाएगी। किसी भी आवेदन पर आयोजन समिति को परेशानी नहीं आएगी, ऐसे निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए। सदस्यों ने सडक़ की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने, एकांगी मार्ग निर्धारित करने, आवारा पशुओं और कुत्तों की धरपकड़ करने, विद्युत मंडल के अनावश्यक खम्बों को हटाने, त्यौहारों पर पर्याप्त जलप्रदाय करने सहित अन्य मुद्दों पर कलेक्टर का ध्यान आकर्षित किया।

कलेक्टर सूर्यवंशी ने कहा कि परीक्षाओं को देखते हुए मार्च, अप्रैल, मई में ध्वनि विस्तार यंत्रों पर अंकुश जरूरी है, क्योंकि इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। रात 10 बजे बाद किसी भी स्थिति में ध्वनी विस्तार यंत्रों का उपयोग नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वह आने वाले त्यौहार पर कानून व्यवस्था और शांति बनाए रखने में प्रशासन को सहयोग करें।

कलेक्टर ने प्रशासनिक उपलब्धियों का भी इस अवसर पर जिक्र किया और बताया कि शासन की विभिन्न योजनाओं में रतलाम जिला अग्रणी रहा है। 15 विभागों में तो विशिष्ट स्थान प्राप्त किया है, यह सभी के सहयोग से संभव हुआ है। उन्होंने इस अवसर पर उन अधिकारियों की सराहना भी की जिन्होंने शासकीय योजनाओं की सफलता में उल्लेखनीय कार्य किया, उसमें जिला पंचायत की कार्यपालन अधिकारी जमुना भिड़े, जिला आपूर्ति अधिकारी श्री एस.एच. चौधरी, पीडब्ल्यूडी कार्यपालन यंत्री श्री अनुरागसिंह भी शामिल है।

पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने कहा कि अपराधिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। जिन लोगों की जिलाबदर की कार्रवाई लंबित है उनके आदेश भी शीघ्र दिए जा रहे है। सभी थाना क्षेत्रों में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर हो, गुण्डा तत्व त्यौहार के दिनों में अशांति न फैलाए इस पर भी पुलिस की निगरानी कड़ी रहेगी। उन्होंने कहा कि जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं है, वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। भले ही वह अस्थाई रुप से त्यौहार के दिनों में लगाए, ताकि गड़बड़ करने वालों पर नियंत्रण रखा जा सके, आयोजन समिति इस पर गोर करें।

एसपी तिवारी ने कहा कि सौश्यल मीडिया पर इन दिनों भ्रमित करने वाली खबरें काफी आ रही है इससे सामाजिक ताना-बाना प्रभावित होता है। प्रशासन तो सौश्यल मीडिया को नियंत्रित करने के लिए प्रयासरत है ही, लेकिन सामाजिक स्तर पर भी नागरिकों का सहयोग अपेक्षित है। उज्जैन और भोपाल से भी सौश्यल मीडिया की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है। कानून के तहत कार्रवाई भी हो रही है इसके लिए धारा 144 भी प्रभावशील है।

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