Maharashtra Crisis : शिंदे ने किया 40 शिवसेना विधायकों के समर्थन का दावा, राज्यपाल के बुलावे का इंतजार, असम पहुंचे बागी विधायक
मुंबई,22जून(इ खबर टुडे)। महाराष्ट्र में सियासी संकट जारी है। शिवसेना के दिग्गज नेता एकनाथ शिंदे ने बड़ी बगावत कर दी है, जिसके कारण उद्धव ठाकरे सरकार पर संकट मंडरा रहा है। ताजा खबर यह है कि सूरत में ठहराए गए शिवसेना के बागी विधायकों को बुधवार सुबह असम की राजधानी गुवाहाटी लाया गया। गुवाहाटी एयरपोर्ट पर एकनाथ शिंदे ने बड़ा दावा किया। बकौल एकनाथ शिंदे, मेरे साथ शिवसेना के 40 विधायक मौजूद हैं।
खबर यह भी है कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र राज्यपाल को चिट्ठी भी लिख दी है और माना जा रहा है कि वे जल्द ही राज्यपाल से मिल सकते हैं और उद्धव ठाकरे से बहुमत साबित करने के लिए कहेंगे। वहीं मुंबई में उद्धव ठाकरे समेत एनसीपी और कांग्रेस की सांसें चढ़ी हुई हैं। उद्धव ठाकरे आज अपनी कैबिनेट की बड़ी बैठक करेंगे।
राज्यपाल के बुलावे का इंतजार
गुवाहाटी की होटल रेडिसन ब्लू में एकनाथ शिंदे अपनी आगे की रणनीति बना रहे हैं। उनके हवाले से कहा जा रहा है कि वे राज्यपास भगत सिंह कोशियारी को चिट्ठी लिख चुके हैं। इस चिट्ठी को महाराष्ट्र राजभवन में फैक्स किया जा रहा है। यदि राज्यपाल बुलाते हैं तो वे सभी विधायकों को लेकर राजभवन जा सकते हैं और वहां परेड करवाई जा सकती है।
असम में बीजेपी की सरकार है। राज्य बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व तथा राज्य सरकार ने गुवाहाटी में शिवसेना के बागी विधायकों के ठहरने की व्यवस्था की है। सूत्रों का कहना है कि बागी विधायकों को वहां के रैडिसन होटल में ठहराया गया है। यह संभवत: पहली बार है जब पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत करने के बाद किसी पश्चिमी राज्य के विधायकों को पूर्वोत्तर राज्य में स्थानांतरित किया गया है।
शिवसेना ने अपने बाकी विधायकों को होटलों में ठहराया
खुद को और विधायकों को टूटने से बचाने के लिए शिवसेना ने उन्हें मुंबई के विभिन्न होटलों में ठहराया है. एक विधायक ने यह जानकारी दी, लेकिन उन्होंने उन होटलों के नाम नहीं बताए जिनमें विधायक ठहरे हुए हैं। शिवसेना के बागी विधायकों में से एक नितिन देशमुख की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें सोमवार रात सूरत के एक अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। एकनाथ शिंदे मंगलवार रात उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. नितिन को अस्पताल में भर्ती क्यों कराना पड़ा, इसका पता नहीं चल सका है। मुंबई में शिवसेना नेता संजय राउत ने आरोप लगाया था कि नितिन का अपहरण किया गया और उसके साथ मारपीट की गई।