Online Release : नलिन खोईवाल की पुस्तक के अंग्रेजी अनुवाद ” पिचर पिचर टू द ओसियन ” का ऑनलाइन विमोचन
इंदौर, 20 जून (इ खबरटुडे )। संस्था अखंड संडे के तत्वावधान में वरिष्ठ लेखक नलिन खोईवाल की हिन्दी कृति आलेख संग्रह गागर-गागर से महासागर का अंग्रेजी में अनुवादित कृति पिचर पिचर टू द ओसियन का ऑनलाइन लोकार्पण किया गया। हिन्दी से अंग्रेजी में अनुवाद मुकेश इन्दौरी ने किया है । इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार सूर्यकांत नागर ने कहा कि इस संग्रह में जीवन से जुड़े वैविध्य विषयों पर विचारपरख आलेख शामिल हैं जिनमें इस तथ्य को भी रेखांकित किया गया है कि राष्ट्रीय चरित्र, संकल्प की दृढ़ता और संस्कृति से ही कोई राष्ट्र सही अर्थों में प्रगति कर सकता है। उन्होंने कहा कि मुकेश इन्दौरी ने हिन्दी से अंग्रेजी में सहज, स्वाभाविक भाषा में अनुवाद किया है। अनुवाद जैसै चुनौतीपूर्ण कार्य के साथ न्याय किया है। वे मूल रचना के भाव पक्ष के साथ न्याय करने में पूरी तरह सफल रहे हैं।
साहित्यकार डॉ. पदमा सिंह ने कहा कि साहित्य मनुष्य को चिंतन की सही दिशा देता है। इस संग्रह के आलेखों में जीवन के प्रति सामाजिक ,नैतिक, आध्यात्मिक चिंतंन,नैतिकशिक्षा, स्त्रीसम्मान, विज्ञान की अनिवार्यता, धर्म, राजनीति और मानव मन की उलझनें, देश प्रेम, हिन्दी भाषा आदि विषयों पर सकारात्मक चिंतन परिलक्षित होता है।
कृतिकार नलिन खोईवाल ने कहा कि जीवन की जुस्तजू से आदमी थक जाता है लेकिन कलम कभी नहीं थकती। मैं नव निर्माण समाज और राष्ट्र के लिए अनवरत लिखता रहूँगा। इस संग्रह में 51 आलेखों का समावेश है।
मुकेश इन्दौरी ने कहा कि ये संग्रह युवाओं के लिए प्रेरणापुंज है। हमारी सभ्यता संस्कृति से परिचय कराने के साथ उनमें नई उर्जा नया जोश भरने के साथ राष्ट्र का नव निर्माण करने में सहायक है।
इस अवसर पर डॉ. संध्या जैन,डॉ. बुलाकर, डॉ शशि निगम , डॉ शशि कला अवस्थी, अजय खोईवाल,आशा जाकड़, चंद्रकिरण अग्निहोत्री, सुनीता, अवनी, मेहुल खोईवाल सहित कई साहित्यकार ऑनलाइन उपस्थित थे ।